डेस्क- सुप्रीम कोर्ट में आज पतंजलि के विज्ञापन मामले में फिर सुनवाई हुई. सुनवाया के दौरान बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण भी मौजूद रहे. सुनवाई बाबा रामदेव के माफीनामे पर चल रही थी. बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण ने व्यक्तिगत तौर पर सुप्रीम कोर्ट माफी मांगी. सुनवाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने साफ कर दिया कि पतंजलि की माफी अभी स्वीकार नही की गई है.
रामदेव के वकील मुकुल रोहतगी ने कहा कि हम सार्वजनिक माफी मांगना चाहते हैं. रामदेव और आचार्य बालकृष्ण ने सुप्रीम के आदेशों के उल्लंघन के लिए अखबार में सार्वजनिक माफी प्रकाशित करने की पेशकश की.
कोर्ट ने बाबा रामदेव से सीधा सवाल किया कि आपको माफी क्यों दी जाय? स्वामी रामदेव ने कोर्ट से कहा, ‘मैं आगे से जागरूक रहूंगा, मैं जानता हूं कि करोड़ों लोग मुझसे जुड़े हुए हैं.’ कोर्ट ने सख्त टिप्पणी करते हुए कहा, ‘आपने हमारे आदेश के बाद ये सब कुछ किया.
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आपको पता है कि लाइलाज बीमारियों का आप विज्ञापन नहीं कर सकते हैं. कानून सबके लिए समान है.’ इस पर स्वामी रामदेव ने कहा कि हमने बहुत टेस्ट किए हैं जिस पर जस्टिस कोहली ने उन्हें टोका और कहा कि आपकी तरफ से ये गैर जिम्मेदार रवैया है.
आचार्य बालकृष्ण ने कहा, ‘ये भूल अज्ञानता में हुई है, हमारे पास सबूत हैं.’ जस्टिस अमानुल्ला ने कहा कि आप एलोपैथी पे उंगुली नहीं उठा पाएंगे, ये सही नहीं है. है. इस पर स्वामी रामदेव ने कहा,’हमने उत्साह में आकर ये कर दिया है. हम आगे सजग रहेंगे. हम एलोपैथी के बारे में कुछ नहीं बोलेंगे.’
सुनवाई दे दौरान रामदेव और आचार्य बालकृष्ण ने सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के उल्लंघन के लिए अखबार में सार्वजनिक माफी प्रकाशित करने की पेशकश की. सुप्रीम कोर्ट ने बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण दोनों को सुनवाई की अगली तारीख यानि 23 अप्रैल को उपस्थित रहने को कहा.
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