पटना- बिहार विधानसभा का मानसून सत्र संपन्न हो गया है. इस बार सत्र 22 जुलाई से 26 जुलाई तक चला. मानसून सत्र में सरकार ने प्रथम अनुपूरक बजट 47512 करोड़ सदन से पास कराया तो वहीं कई महत्वपूर्ण विधेयक भी सरकार बिना किसी परेशानी के सदन से पास कराने में सफल रही.
किसी भी विधेयक की चर्चा में विपक्ष शामिल नहीं हुआ, जब विधेयक सदन से पास कराया जा रहा था, तब विपक्षी सदस्य सदन का वाक आउट कर चुके थे.
दिनों के मानसून सत्र में विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव ने विपक्षी सदस्यों को कई बार चेतावनी देकर छोड़ दिया. लेकिन विधान परिषद में सभापति अवधेश नारायण सिंह ने राजद के विधान पार्षद सुनील सिंह की सदस्यता समाप्त कर दी.
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इस पर सियासी तापमान चढ़ा रहा. सुनील सिंह ने फरवरी में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का मिमिक्री किया था. आचार समिति ने उस मामले में उन्हें दोषी पाया और निलंबन की अनुशंसा की थी. जिसका फैसला सत्र के अंतिम दिन सुनाया गया.
इस बीच राजद विधायक और पूर्व मंत्री समीर महासेठ ने कहा विपक्ष ने जनता की आवाज को उठाने की कोशिश की, लेकिन सरकार न प्रश्नों का उत्तर देने के लिए तैयार हुई और न ही डिबेट के लिए. हम लोगों की मांग थी 10 दिनों का सत्र चले, लेकिन 5 दिन का ही सत्र सरकार ने बुलाया. उसमें भी सरकार विपक्ष की बात सुनने को तैयार नहीं थी.