डेस्क- संदेशखाली हिंसा मामले पर पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी पर साध्वी निरंजन ज्योति ने हमला बोला है. केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा कि उनका ममता नाम जरूर है. मुझे लगता है कि नाम ममता नहीं क्रूरता होना चाहिए.
साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा कि संदेशखाली में महिलाओं ने आवाज बुलंद की. दुर्भाग्य है कि प्रियंका गांधी और राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा वहां नहीं पहुंची. अगर, यूपी में कोई घटना होती है तो वहां पूरा कुनबा पहुंच जाता है. इंडिया गठबंधन के नेताओं के मुंह से पश्चिम बंगाल के इस मामले पर एक भी शब्द नहीं निकल रहा है. इसकी वजह ये है कि उनको 2024 का चुनाव दिख रहा है.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पश्चिम बंगाल की इतनी दयनीय स्थिति है कि महिला सीएम होने के बावजूद उनके कार्यकर्ताओं और उनके गुंडों ने महिलाओं की इज्जत लूटी.उनकी जमीनें कब्जा की. जब हमारा प्रतिनिधि मंडल वहां जाना चाह रहा है तो उसे रोका जा रहा है. उनका नाम ममता जरूर है. मगर, मुझे लगता है कि नाम ममता नहीं क्रूरता होना चाहिए.
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वहीं, राहुल गांधी के बयान ‘बीजेपी के लोग धर्म के आधार पर लड़वाते हैं और लोगों को धमकाने का काम कर रहे हैं’ पर पलटवार करते हुए उन्होंने कहा कि हम किसी धर्म की आलोचना नहीं करते. वो स्पष्ट करें कि किस धर्म और मजहब को मानते हैं. चुनाव आएगा तो कोट के ऊपर जनेऊ पहनकर चले जाएंगे और अंदर क्रॉस पहनते हैं.
बता दें, संदेशखाली में बीते कुछ दिनों से तनाव का माहौल है. यहां महिलाओं ने टीएमसी नेताओं पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे. जब उन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई तो खिलाफ महिलाओं ने प्रदर्शन भी किया था. उसके बाद ये मामला सड़क से लेकर विधानसभा तक गूंजा. तब जाकर टीएमसी के तीन नेताओं की गिरफ्तारी हुई.