पटना- बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी सूबे में बनी नयी एनडीए सरकार में विभागों के बंटवारे पर नाराज हैं. मांझी लगातार कह रहे हैं कि उनकी पार्टी हम को दो मंत्री पद मिलना चाहिये. वे अपने बेटे संतोष कुमार सुमन को मिले विभाग पर नाराजगी भी जता चुके हैं.
इस बीच उनके बेटे संतोष कुमार सुमन ने अलग हटकर बयान दिया है. संतोष कुमार सुमन ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि मेरे पिता जीतन राम मांझी जो भी बोल रहे हैं वह उनकी व्यक्तिगत टिप्पणी है. मैं उनके बयान पर कुछ नहीं बोलूंगा. एनडीए में मैं नाराज नहीं हूं. सब लोग एकजुट हैं. सब कुछ ठीक है. नाराजगी रहती तो मैं पदभार ग्रहण नहीं करता. हर मंत्रालय का अपना-अपना महत्व है. कल सीएम नीतीश से भी हम मिले थे. उनका आशीर्वाद लिए.
संतोष सुमन ने कहा, “मेरे पिता जीतन मांझी जो बयान दे रहे हैं उस पर आप लोग उनसे ही बात करिए. 12 फरवरी को एनडीए सरकार बहुमत साबित करेगी. हमारी पार्टी ‘हम’ एनडीए में मजबूती से है. महागठबंधन कोई खेला नहीं कर पाएगा. महागठबंधन के कई विधायक एनडीए में आना चाहते हैं. तब ही टूट के डर से कांग्रेस विधायकों को हैदराबाद ले जाया गया है.”
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संतोष मांझी ने सूचना प्रावैधिकी विभाग में मंगलवार को पदभार ग्रहण किया. बता दें जीतन राम मांझी लगातार एनडीए सरकार पर दबाव बनाए हुए हैं कि उन्हें दो मंत्री पद मिलना चाहिए. उन्होंने बयान दिया था कि 1984 से 2013 तक उनको अनुसूचित जाति जनजाति कल्याण विभाग का मंत्री बनाया गया था. उनके बेटे को भी महागठबंधन सरकार में वही विभाग दिया गया था. अब फिर वही विभाग एनडीए सरकार में भी दिया गया है. वह अपनी पार्टी से विधायक अनिल सिंह को भी मंत्री बनाने की मांग कर रहे हैं. बता दें कि मांझी को मिलाकर ‘हम’ में चार विधायक हैं. उनके बेटे संतोष सुमन एमएलसी हैं.
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