पटना- बिहार में पटना पुलिस के हाथ बड़ी कामयाबी लगी है. पुलिस ने तीन अपराधियों को गिरफ्तार किया है जो अधिकारी बनकर लोगों को लूटने का काम करते थे. इनमें से दो लुटेरा गिरोह के मुख्य सरगना हैं. पुलिस ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि कुछ दिन पहले ही राजधानी पटना के कोतवाली थाना क्षेत्र में चिरैया टाल पुल के नीचे रईम नामक व्यक्ति अररिया जाने के लिए निकला था.
इस दौरान चिरैया टाल पुल के नीचे अपराधी गाड़ी लगाकर बैठे थे और बहला फुसलाकर कर उन्हें अपनी गाड़ी में बिठा लिया. फिर उन्हें लूट कर पटना के कोतवाली थाना क्षेत्र के ही वीरचंद पटेल पथ पर गाड़ी से उतार दिया फरार हो गए. इसके बाद कोतवाली थाने की पुलिस लगातार इन अपराधियों को ढूंढ रही थी.
जिसके बाद तकनीकी अनुसंधान और सीसीटीवी के आधार पर अपराधियों की पहचान की गई. इसमें चंदन और रंजन दोनों भाई हैं और गैंग के मुख्य सरगना हैं. गैंग में कुल 15 से 20 लोग हैं। यह लोग बिहार के कई जिलों में ऐसी घटनाओं को घूम-घूम कर अंजाम देते हैं. कुछ दिन कंकड़बाग में भी इन लोगों के द्वारा एक लूट की घटना को अंजाम दिया गया था. वहीं लखीसराय, नालंदा और गया में भी इन लोगों के द्वारा कई घटनाओं को अंजाम दिया गया है.
- Advertisement -
विज्ञापन बॉक्स (विज्ञापन देने के लिए संपर्क करें)
वही मामले को लेकर डीएसपी ने बताया कि तीनों लुटेरे नालंदा के रहने वाले चंदन पासवान, रंजन पासवान और अनिल पासवान हैं. यह बीडीओ, सीओ व अन्य अधिकारी बनकर अपनी गाड़ी में लोगों को बहला फुसलाकर बिठा लेते थे, उसके बाद उनके साथ लूट की घटना को अंजाम देने के बाद फरार हो जाया करते थे. इन तीनों को कोतवाली थाने की पुलिस ने नालंदा से गिरफ्तार किया है. साथ ही अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है।