पटना- बिहार के शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक और प्रख्यात चिकित्सक डॉक्टर अजय कुमार के बीच का विवाद अब क़ानूनी लड़ाई में बदलता नजर आ रहा है. केके पाठक ने डॉ. अजय कुमार को लीगल नोटिस भेजा है और माफी मांगने को कहा है. kk पाठक के अधिवक्ता नरेश दीक्षित ने कहा है कि केके पाठक ईमानदार छवि के अधिकारी भी माने जाते हैं. इसके बावजूद डॉ. अजय कुमार ने बराबर अंतराल पर केके पाठक के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की है. मैंने डॉ अजय कुमार को लीगल नोटिस भेजा है. अगर 15 दिनों के अंदर वह माफी मांग लेते हैं तो बात खत्म हो जाएगी. अगर माफी नहीं मांगते हैं तो हम लोग आगे की कार्रवाई के लिए बाध्य होंगे.
केके पाठक के लीगल नोटिस भेजने पर डॉक्टर अजय ने भी पलटवार किया है. बिहार के चर्चित यूरोलॉजिस्ट और आईएमए के पूर्व अध्यक्ष डॉक्टर अजय कुमार ने भी जवाबी कार्रवाई की तैयारी कर ली है. डॉ अजय ने कहा कि “शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव ऐसे व्यक्ति हैं. इससे पूरा महकमा परेशान है. पहले भी जहां-जहां उनकी पोस्टिंग रही है. वहां-वहां इन्होंने बवाल किया है. कई लोगों को इन्होंने चैंबर के अंदर पीटा है और उल्टे मुकदमा कर फंसा दिया. मैं भी लड़ाई के लिए तैयार हूं और पीछे हटने वाला नहीं हूं. आने वाले दिनों में अपने पत्ते खोलूंगा.
डॉ. अजय कुमार का कहना है कि केके पाठक के द्वारा उन्हें फोन करके गाली गलौज की गई है. इस मामले में डॉक्टर ने यह कहा है कि उन्होंने केके पाठक पर कानूनी कार्रवाई करने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मांग की है.अगर सरकार उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं करती तो वो कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे.
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दरअसल, ये पूरा विवाद डॉ. अजय द्वारा दिए गए एक इंटरव्यू से शुरू हुआ जिसमे उन्होंने kk पाठक को मानसिक रूप से बीमार बताया था. इंटरव्यू पिछले साल दिया गया था.