पटना- हिंदी भाषियों को लेकर डीएमके सांसद दयानिधि मारन के विवादित बयान के बाद सियासत गरमा गई है. बीजेपी के बाद अब इंडिया गठबंधन के घटक दलों ने भी बयान पर आपत्ति जताई है. बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने उनके बयान की निंदा की है. उन्होंने कहा कि किसी भी नेता को इस तरह का बयान नहीं देना चाहिए, जिससे किसी राज्य के लोगों का अपमान होता हो. डीएमके सांसद को ये बात ध्यान में रखना चाहिए कि यह देश एक है. जहां कोई भी कहीं भी जाकर काम कर सकता है, लिहाजा हम सब को एक-दूसरे का सम्मान करना चाहिए.
तेजस्वी यादव ने कहा कि करुणानिधि जी की पार्टी डीएमके सामाजिक न्याय में विश्वास करती है. अगर उनके दल के किसी नेता ने बिहार-यूपी के लोगों के बारे में बोला है तो वह बहुत निंदनीय है. इससे हमलोग सहमत नहीं हैं. बिहार और यूपी के मजदूरों की देशभर में लोग डिमांड करते हैं. अगर वो ना जाए तो उनकी (दूसरे राज्यों के लोगों) जिंदगी ठप हो जाएगी. ये बात उनको समझना चाहिए.
बता दें कि तमिलनाडु की सत्ताधारी पार्टी डीएमके के सांसद दयानिधि मारन ने बिहार और उत्तर प्रदेश के रहने वाले हिंदी भाषियों पर बेहद ही ओछा बयान दिया है. उन्होंने कहा, ‘उत्तर प्रदेश और बिहार से तमिलनाडु आने वाले हिंदी भाषी यहां निर्माण कार्य करते हैं या सड़कों और शौचालयों की सफाई करते हैं.’ उनकी विवादित टिप्पणी का एक वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
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