डेस्क- कांग्रेस शासित सभी राज्यों में जातिगत जनगणना होगी. यह बात सीडब्ल्यूसीकी बैठक के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने कहा. राहुल गांधी ने कहा कि सीडब्ल्यूसी की बैठक में जातिगत जनगणना का ऐतिहासिक फैसला सर्वसम्मति से लिया गया है. कांग्रेस शासित राज्यों के सभी मुख्यमंत्रियों ने फैसला लिया है कि वे हिमचाल प्रदेश, राजस्थान, कर्नाटक और छत्तीसगढ़ में जातिगत जनगणना कराएंगे. इस संबंध में प्रस्ताव पारित किया गया है.
मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि पूरी कांग्रेस पार्टी ने यह फैसला लिया है. INDIA गठबंधन की अधिकतर पार्टियों ने भी जातिगत जनगणना पर सहमति जताई है. कुछ पार्टियों को दिक्कत हो सकती है लेकिन ठीक है. हम फासीवादी पार्टी नहीं है. लेकिन गठबंधन की अधिकतर पार्टियों ने जातिगत जनगणना पर सहमति जताई है.
राहुल ने कहा कि यह धर्म या जाति के बारे में नहीं है. यह गरीब तबके के बारे में है. यह जातिगत जनगणना गरीब लोगों के लिए है. फिलहाल यह दो भारत हैं. एक अडानी का भारत और दूसरा गरीबों का. हमें नए एक्सरे की जरूरत है. राहुल गांधी ने कहा कि 2014 और 2015 में हमने जातिगत जनगणना कराई थी. तक हमारी सरकार का कार्यकाल समाप्त हुआ, 2018 में गठबंधन सरकार आ गई. हमने समिति के चेयरमैन से आंकड़े जारी करने के लिए कहा.
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पीएम मोदी पर हमला करते हुए राहुल गाँधी ने कहा, हमारे चार मुख्यमंत्रियों में से तीन ओबीसी समुदाय से थे जबकि बीजेपी के 10 मुख्यमंत्रियों में से सिर्फ एक मुख्यमंत्री ओबीसी है. जब मैंने ओबीसी प्रतिनिधित्व में असमानता का मुद्दा उठाया, प्रधानमंत्री ने एक शब्द नहीं कहा. प्रधानमंत्री ओबीसी के लिए काम नहीं करते हैं. उनका काम ओबीसी वर्ग को भ्रमित करना है.
बता दें कि बिहार सरकार ने जातिगत जनगणना कराई थी और हाल ही में राज्य में कराई गई जातिगत जनगणना के आकंड़ें जारी किए थे. जिसके बाद से ही भारत की राजनीति में भूचाल आया हुआ है. तमाम फोकस और बयानबाजी जातिगत जनगणना पर ही सिमट गई है. कुछ इसके पक्षधर हैं तो कुछ विरोधी. देखना होगा कि आने वाले चुनाव में यह जातिगत गणना क्या असर डालती है.