पटना- सीएम हेमंत सोरेन को भेजे गए आठवें समन के बाद एक बार फिर से राज्य में राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है. झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय प्रवक्ता मनोज पांडेय ने कहा कि ईडी को किसी ने रोका है क्या कि वह कहां जाए और कहां न जाए? झामुमो प्रवक्ता ने कहा कि जब तानाशाही हुकूमत तानाशाही भरे फैसले लेती है, अपने संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग करती है तो लोकतंत्र में जनता इसका हिसाब करती है.
झामुमो नेता ने कहा कि राजनीतिक रूप से जनाधार वाले नेता, जिनको भाजपा राजनीतिक रूप से परास्त नहीं कर पाती, वहां वह ईडी, आईटी, सीबीआई का दुरुपयोग करने लगती है, लेकिन भाजपा और उसके शीर्षस्थ नेताओं को शायद यह पता नहीं कि झारखंड में एक आंदोलनकारी का बेटा जनता की सेवा में लगा है. लोकतंत्र में अगर हेमंत सोरेन को ज्यादा परेशान और प्रताड़ित किया गया तो जनता वोट के माध्यम से भाजपा को सबक सिखाएगी.
झामुमो नेताओं के आ रहे बयान पर भाजपा ने भी प्रतिक्रिया दी है. झारखंड भाजपा के प्रवक्ता सरोज सिंह ने कहा कि अगर मुख्यमंत्री निर्दोष हैं तो उन्हें बयान दर्ज कराने जरूर ईडी के समक्ष जाना चाहिए. भाजपा नेता ने कहा कि संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति को संविधान और संवैधानिक एजेंसियों के आदेश-निर्देश का पालन करना चाहिए. भाजपा नेता ने कहा कि ईडी संवैधानिक दायरे में ही अपना काम कर रही है, लेकिन जिन पर आरोप लगते है उन्हें लगता है कि उन्होंने गलती की है तो अब कार्रवाई भी होगी.
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बता दें कि जमीन से जुड़े मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एक के बाद एक मुख्यमंत्री को आठ समन भेजा है. बावजूद इसके CM अभी तक पूछ-ताछ के लिए ईडी के दफ्तर नहीं पहुंचे हैं.