पटना- बिहार विधानमंडल में शीतकालीन सत्र के चौथे दिन गुरुवार को जमकर हंगामा हुआ. इस दौरान CM नीतीश एक बार फिर आपे से बाहर नजर आये. सदन में उन्होंने पूर्व सीएम जीतनराम मांझी को खूब खरी-खोटी सुनाई। यहां तक कि तू-तड़ाक पर उतरते हुए कहा कि मेरी मूर्खता की वजह से यह आदमी बिहार का सीएम बना.
दरअसल, विधानसभा में आज आरक्षण संशोधन विधेयक पर चर्चा हो रही थी। सदन में मुख्यमंत्री के बोलने के बाद पूर्व सीएम जीतन राम मांझी आरक्षण विधेयक पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि बेशक आरक्षण को बढ़ा दीजिए लेकर उसे धरातल पर उतरना चाहिए। इस दौरान मांझी ने जातीय गणना के आंकड़ों पर सवाल उठाए जिसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भड़क गए और अपनी जगह खड़े होकर जीतन राम मांझी को खूब भला-बुरा कहा.
बोले, ‘इस आदमी (मांझी) को कोई आइडिया है. बिना सेंस का कुछ भी बोल रहा है. मेरी ही गलती है कि मैंने इस आदमी को मुख्यमंत्री बनाया. ऐसे ही बोलते रहता है. इसको कुछ मालूम नहीं है. मैं कह रहा था कि उन्हीं लोगों के साथ रहिए, तो ई भागकर चला आया था मेरे पास. इसलिए इसको जानकर के भगाए .इसको हमने मुख्यमंत्री बना दिया था. दो महीने के अंदर ही मेरी पार्टी के लोग कहने लगे इसको हटाइए. ये गड़बड़ है. फिर हम मुख्यमंत्री बने थे. कहता रहता है, ये मुख्यमंत्री था… ये क्या मुख्यमंत्री था. ये मेरी मूर्खता से सीएम बना.’
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नीतीश ने आगे कहा कि ये (मांझी) गवर्नर बनना चाहता है. इसके बाद सीएम ने बीजेपी के विधायकों की तरफ इशारा करते हुए कहा- इसको राज्यपाल बना दीजिए. इसके बाद मामला बिगड़ता देख सत्तापक्ष की तरफ से कुछ विधायक और तेजस्वी यादव ने नीतीश को संभाला. बाद में विजय कुमार चौधरी ने नीतीश को रोका.