डेस्क- वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को कहा कि उन्होंने चुनाव लड़ने संबंधी भारतीय जनता पार्टी के प्रस्ताव को यह कहते हुए अस्वीकार कर दिया कि उनके पास लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए जरूरी ‘उस तरह का धन’ नहीं हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा अध्यक्ष ने उन्हें आंध्र प्रदेश या तमिलनाडु से चुनाव लड़ने का विकल्प दिया था.
भाजपा नेता सीतारमण ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि एक हफ्ते या दस दिन तक सोचने के बाद, मैंने जवाब दिया… नहीं. मेरे पास चुनाव लड़ने के लिए उस तरह का धन नहीं हैं. मुझे यह भी समस्या है कि आंध्र प्रदेश या तमिलनाडु. जीतने लायक विभिन्न मानदंडों का भी सवाल है… आप इस समुदाय से हैं या आप उस धर्म से हैं? मैंने नहीं कहा, मुझे नहीं लगता कि मैं ऐसा करने में सक्षम हूं.’
वित्त मंत्री ने कहा, ‘मैं बहुत आभारी हूं कि उन्होंने मेरी दलीलों को स्वीकार कर लिया…इसलिए मैं चुनाव नहीं लड़ रही हूं.’ जब उनसे सवाल किया गया कि देश की वित्त मंत्री के पास भी लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए पर्याप्त धन क्यों नहीं है, तो उन्होंने कहा कि भारत की संचित निधि उनकी अपनी नहीं है. उन्होंने कहा, ‘मेरा वेतन, मेरी आमदनी, मेरी बचत मेरी है, न कि भारत की संचित निधि.’
- Advertisement -
विज्ञापन बॉक्स (विज्ञापन देने के लिए संपर्क करें)
उन्होंने कहा कि वह विभिन्न उम्मीदवारों के लिए चुनाव प्रचार करेंगी. उन्होंने कहा, ‘मैं कई मीडिया कार्यक्रमों में भी भाग लूंगी. मैं प्रचार अभियान में शामिल रहूंगी.’ बता दें कि निर्मला सीतारमण कर्नाटक से राज्यसभा की सदस्य हैं.
- Advertisement -
विज्ञापन बॉक्स (विज्ञापन देने के लिए संपर्क करें)