रांची- रांची में कैलाशपति मिश्र की मूर्ति हटाने को लेकर रविवार को खूब हंगामा किया गया. इसको लेकर विभिन्न आदिवासी संगठनों के साथ साथ सरना समिति के सदस्यों ने भी प्रदर्शन किया.
सरना समिति के कार्यकर्ता स्वर्गीय कैलाशपति मिश्र की प्रतिमा को तोड़ने के लिए पहुंचे थे लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया. बता दें जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र स्थित गोल चक्कर के पास कैलाश पति नाथ मिश्रा की मूर्ति स्थापित की गयी है.
आदिवासी संगठनों का आरोप है कि कैलाशपति मिश्र झारखंड विरोधी थे उनका झारखंड आंदोलन में कोई योगदान नहीं था इसके बावजूद शहर के बीचो-बीच उनकी प्रतिमा लगा दिया गया है. आदिवासी संगठन किसी भी तरह प्रतिमा को हटाने के लिए अड़े रहे.
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वहीं दूसरी ओर प्रतिमा स्थापित करने वाले लोगों ने कहना है कि संवैधानिक तरीके से 15 अगस्त को कैलाश पति नाथ मिश्रा की प्रतिमा स्थापित की गयी है. इसके लिए नगर निगम ने जमीन दी है.
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए रांची के सिटी एसपी राजकुमार मेहता हटिया डीएसपी पीके मिश्रा सहित दर्जन भर पुलिसकर्मियों ने सुरक्षा घेरा तैयार कर रखा था. जिसकी वजह से समिति के लोग कैलाशपति मिश्र के प्रतिमा तक नहीं पहुंच पाए.
रांची के सिटी एसपी राजकुमार मेहता ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए धारा 144 लगाया गया था. राजकुमार मेहता ने बताया की भीड़ को समझा बूझकर वापस भेज दिया गया है.
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