रांची- मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन आज अपना 49वां जन्मदिन मना रहे हैं. इस मौके पर उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया है. हेमंत सोरेन ने इस पोस्ट में अपने जेल से रिहाई के वक्त हाथ पर लगे कैदी वाले निशान की मुहर को साझा किया है.
निशान साझा करते हुए उन्होंने लिखा, आज अपने जन्मदिन के मौक़े पर बीते एक साल की स्मृति मेरे मन में अंकित है – वह है यह कैदी का निशान – जो जेल से रिहा होते वक्त मुझे लगाया गया। यह निशान केवल मेरा नहीं, बल्कि हमारे लोकतंत्र की वर्तमान चुनौतियों का प्रतीक है।
उन्होंने किसी पार्टी विशेष का नाम लिए बगैर पूरे सिस्टम पर सवाल खड़ा किया है. अपनी गिरफ्तारी के मुद्दे पर वो लिखते हैं कि बिना किसी शिकायत या अपराध के एक चुने हुए मुख्यमंत्री को 150 दिन तक जेल में डाल सकते हैं तो फिर ये आम आदिवासियों/दलितों/शोषितों के साथ क्या करेंगे. यह मुझे कहने की आवश्यकता नहीं है.
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उन्होंने लिखा है कि अब वे शोषित, वंचित, दलित, पिछड़ा, आदिवासी, मूलवासी के पक्ष में अपने संकल्प को और मजबूत कर हर उसे व्यक्ति या समुदाय के लिए आवाज उठाएंगे जिसे दबाया गया है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का मानना है कि आज भी रंग, समुदाय, खानपान, पहनावे के आधार पर लोगों को सताया जा रहा है. उन्होंने एकजुट होकर एक ऐसे समाज के निर्माण की बात कही है जहां का कानून सभी के लिए समान हो, जहां सत्ता का दुरुपयोग ना हो.