डेस्क- कोविड-19 का एक नया वैरिएंट देश में एंट्री कर चुका है और तेजी से फैल रहा है. भारतीय SARS-CoV-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (INSACOG) द्वारा जारी किए गए आंकड़ो के मुताबिक, भारत में अब तक कोविड-19 के 324 मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें केपी.2 के 290 मामले और केपी.1 के 34 मामले शामिल हैं.
कोरोनावायरस के दो नए सब-वैरिएंट KP.2 और KP.1 को ‘FLiRT’ नाम दिया गया है. ‘FLiRT’ ओमिक्रॉन के सब-वैरिएंट्स का एक ग्रुप है और ये दोनों इस ग्रुप के अंदर ही आते हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, कोरोना के बढ़ते मामलों से भारत में फिलहाल हॉस्पिटल में एडमिट होने और गंभीर मामलों में कोई वृद्धि नहीं हुई है इसलिए चिंता या घबराहट की कोई बात नहीं है. म्यूटेशन तेजी से होते रहेंगे क्योंकि यह SARS-CoV2 जैसे वायरस का नेचर है.
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सर गंगा राम हॉस्पिटल के मेडिसिन डिपार्टमेंट के सीनियर कंसल्टेंट डॉ. एम वली का कहना है, ‘FLiRT के लक्षण लगभग अन्य वैरिएंट के समान ही हैं जिनमें गले में खराश, खांसी, थकान, मसल्स में दर्द, बुखार, ठंड लगना और स्वाद या गंध की कमी शामिल हैं. लक्षण अलग-अलग होने का कारण यह है कि FliRT KP.2 और JN.1 वैरिएंट से मिलकर बने हैं जिसमें कई म्यूटेशन होते हैं जो इम्यूनिटी को चकमा दे सकते हैं.’
डॉ. वली ने कहा, ‘भारत को चिंता करने की जरूरत नहीं है क्योंकि हमारी इम्यूनिटी डेवलप हो चुकी है और अभी तक किसी भी नई वैक्सीन लगाने की सिफारिश नहीं की गई है. रिसर्टर्स अभी FLiRT वैरिएंट के बारे में और रिसर्च कर रहे हैं और इस सवाल का पता लगा रहे हैं कि क्या नया स्ट्रेन गंभीर बीमारियों का कारण बनेगा?