डेस्क- बॉलीवुड एक्टर नाना पाटेकर ने किसान आंदोलन को लेकर बयान दिया है. किसानों का सपोर्ट करते हुए कहा कि अब वक्त है कि किसान कुछ मांगे नहीं बल्कि तय करें कि उन्हें देश में किसकी सरकार लानी है.
किसानों से बातचीत में नाना ने आगे कहा- अगर मैं आत्महत्या भी कर लूं तो भी मैं किसान के रूप में ही जन्म लूंगा, किसान कभी यह नहीं कहेगा कि मैं किसान के रूप में जन्म नहीं लेना चाहता हूं. हम जानवरों की भाषा जानते हैं, क्या तुम्हें समय रहते किसानों की भाषा नहीं बोलनी आती?
इसी के साथ उन्होंने अपने राजनीति में आने को लेकर भी जवाब दिया है. नाना ने कहा, मैं राजनीति में नहीं जा सकता क्योंकि जो पेट में है वही मुंह पर आ जाएगा. वो मुझे पार्टी से निकाल देंगे. पार्टियां बदलते बदलते एक महीने के अंदर सारी पार्टियां खत्म हो जाएंगी. यहां आपके यानी हमारे किसान भाईयों के सामने हम दिल की बात कर सकते हैं. जो हमें रोज खाना देता है उसकी किसी को पड़ी नहीं, तो तो हमें आपकी यानी सरकार की क्या पड़ी है?
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बता दें, नाना हमेशा ही किसानों के सपोर्ट में बोलते आए हैं. वो खुद को किसानों का बड़ा हितैषी बताते हैं. नाना ने पहले भी किसानों के द्वारा लगातार की जा रही आत्महत्या पर अफसोस जताया था. उन्होंने एक संस्था बनाई थी, जो किसानों के पक्ष में काम करती है. उन्होंने कहा था कि किसान भाई आत्महत्या ना करें, बल्कि उन्हें फोन करें.