रांची- पूर्व सीएम हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना मुर्मू सोरेन अब खुलकर राजनीति मेंआ चुकी हैं. सोमवार को कल्पना झामुमो के स्थापना दिवस समारोह पर गिरिडीह पहुंची जहां उनका जोरदार स्वागत किया गया. जमकर नारेबाजी हुई. कल्पना सोरेन ने सभी को हाथ जोड़कर और हाथ उठाकर अभिवादन किया.
कल्पना ने कहा है कि आज 4 तारीख है. कल 3 तारीख को मेरा जन्मदिन था. मुझे उनसे (हेमंत सोरेन) मिलने का समय मिला. इतना कहते ही उनकी आंखे भर आयीं. नम आंखों से कहा कि उन्होंने मेरे कंधे पर हाथ रखा और कहा कि घबराना नहीं. जेल में हूं, लेकिन जिंदा हूं. इतना कहकर कल्पना मंच पर ही रो पड़ी.
कल्पना सोरेन ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि इन्होंने बहुत बड़ा षड्यंत्र किया गया है. यह बहुत निचले स्तर की घटिया सोच है. ये लोग दिल्ली में बैठते हैं, लेकिन दिल्ली वालों में दिल नहीं धड़कता है. आदिवासी, दलित और अल्पसंख्यक को कीड़ा-मकोड़ा समझते हैं. व्यवहार से पता चलता है कि कितनी घृणा भरी हुई है.
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हमारे मुख्यमंत्री को पद से उतारने के लिए षडंयत्र किया. झारखंड सरकार ही नहीं झारखंडी सरकार, आदिवासी, दलित और वंचित सरकार गिराने की मंशा बिखर गई है. हमारे जितने भी विधायक हैं, जितने कार्यकर्ता हैं, मनोबल से प्रतीत होता है कि हमने उनको परास्त तो कर दिया, लेकिन आने वाले समय के लिए आप सभी को मिलकर अपने आशीर्वाद को वोट के द्वारा ये यकीन दिलाना है कि झारखंड कभी झुकेगा नहीं.
कल्पना सोरेन ने कहा कि षड्यंत्र में फंसाकर मेरे पति को जेल भेज दिया गया. मैं पूछना चाहती हूं कि उनका अपराध क्या था. केंद्र से बकाया 1.36 लाख करोड़ रुपये मांगना क्या अपराध था. ओबीसी को 27 फीसदी आरक्षण देना क्या अपराध था. झारखंड की कला संस्कृति का संरक्षण करना क्या अपराध था.
सरना धर्म कोड की मांग क्या अपराध था. या किसानों का ऋण माफ करना अपराध था. उन्होंने कहा कि जिस दिन से सरकार का गठन हुआ, विपक्ष चाल चलने लगा. इसे गिराने की साजिशें की जाने लगी लेकिन कामयाबी अब तक नहीं मिली.
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