डेस्क- देश के 12 राज्यों में आज से विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) शुरू होने जा रह है, जिसमें करीब 51 करोड़ वोटर्स हिस्सा लेंगे. SIR कराकर सुनिश्चित किया जाएगा कि वोटर लिस्ट में किसी का नाम छूट न जाए और किसी का नाम रिपीट न हो जाए.
वहीं चुनाव आयोग का SIR कराने का मकसद वोटर लिस्ट को अपडेट करना है और योग्य मतदाताओं का नाम वोटर लिस्ट में शामिल करना है. पिछली बार वोटर लिस्ट अपडेशन साल 2002 से साल 2024 के बीच हुआ था, लेकिन अब SIR करके अवैध प्रवासियों की पहचान की जाएगी और उन्हें वोटर लिस्ट से हटाकर योग्य मतदाताओं के नाम एड किए जाएंगे.
4 नवंबर 2025 से SIR की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी, जो 7 फरवरी 2026 तक पूरी होगी. पहले चरण में 28 अक्टूबर से 3 नवंबर तक सभी 12 राज्यों के बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) और रिटर्निंग ऑफिसर (RO) को ट्रेनिंग दी गई और SIR करने के लिए आवश्यक सामग्री वितरित की गई. 4 नवंबर से 4 दिसंबर तक BLO घर-घर जाकर मौजूदा वोटर लिस्ट को वेरिफाई करेंगे.
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नए वोटर्स के नाम जोड़े जाएंगे और फर्जी वोटर्स के नाम हटाए जाएंगे. 9 दिसंबर को ड्राफ्ट वोटर लिस्ट जारी की जाएगी, जिस पर लोग अपनी आपत्तियां और दावे जाहिर कर सकते हैं. नाम जोड़ने और हटाने के लिए अप्लाई कर सकते हैं.
SIR 9 राज्यों उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, गोवा, गुजरात, केरल, तमिलनाडु, बंगाल शामिल में और 3 केंद्र शासित प्रदेशों अंडमान और निकोबार द्वीप, लक्षद्वीप, पुडुचेरी में होगा. तमिलनाडु, पुडुचेरी, केरल और पश्चिम बंगाल में 2026 में विधानसभा चुनाव होने हैं, वहीं असम में SIR बाद में कराया जाएगा.








