पटना- बिहार में बख्तियारपुर और सुल्तानगंज स्टेशन का नाम बदलने की मांग को लेकर विवाद हो गया है और BJP- JDU आमने-सामने आ गई है. बीजेपी का कहना है कि रेलवे स्टेशनों और शहरों के नाम बदले जाने चाहिए.
जबकि जेडीयू ने अपनी ही सहयोगी पार्टी पर तंज कसा है और साफ कर दिया कि किसी शहर और स्टेशन का नाम नहीं बदला जाएगा. जेडीयू का कहना था कि जिन्हें इतिहास का ज्ञान नहीं है, वो नाम बदलने की बात करते हैं.
बिहार सरकार में मंत्री नीरज बबलू ने बख्तियारपुर का नाम नालंदा और सुलतानगंज का नाम अजगैबीनाथ धाम करने की मांग की है. मंत्री नीरज सिंह बबलू का कहना था कि बख्तियारपुर का नाम बख्तियार खिलजी के नाम पर रखा गया है.
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यह वही बख्तियार खिलजी हैं, जिसने नालंदा यूनिवर्सिटी को जलाकर रख दिया था. मैं सरकार से मांग करता हूं कि इस पर अविलंब कार्रवाई करते हुए बख्तियारपुर का नाम नालंदा रख देना चाहिए.
मंत्री की इस मांग पर JDU ने विरोध जताया. जेडीयू नेता और एमएलसी नीरज कुमार ने कहा कि बख्तियारपुर का नाम बदलने का मांग वही उठा रहे हैं, जिन्हें इतिहास का ज्ञान नहीं है. बख्तियारपुर एक गांव था, जिसकी आबादी करीब 250 थी.
बख्तियार काकी नाम के एक सूफी संत थे, उन्हीं के नाम पर बख्तियारपुर नाम पड़ा है. ना बख्तियार खिलजी के नाम पर. क्या उस जगह का नाम बदलने से उस इलाके के लोगों को बिना टिकट के यात्रा करने का इजाजत मिल जाएगा?
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बता दें कि बीजेपी नेता नीरज सिंह बबलू कहते हैं, ”बिहार में भी नाम बदले जाने चाहिए. यूपी में जो भी बेहतर काम होते हैं, उसकी चर्चा देशभर में होती है. नाम बदलने से लेकर अपराधियों पर बुल्डोजर कार्रवाई मिसाल बन जाती है. मुगल शासन में तोड़फोड़-लूटपाट के बाद गलत नाम रखे गए. ऐसे कई नाम बिहार में भी हैं. इसे सबसे पहले बदलने की जरुरत है.