डेस्क- दिल्ली की राउज ऐवन्यू कोर्ट ने केजरीवाल की याचिका पर सुनवाई पूरी कर फैसला सुरक्षित रख लिया है. केजरीवाल की भोजन और इंसुलिन वाली याचिका पर अब कोर्ट सोमवार 22 अप्रैल को फैसला सुनाएगा.
दरअसल ये पूरा मामला केजरीवाल की पार्टी और ED के आरोप प्रत्यारोप से जुड़ा है. ED का कहना है कि केजरीवाल ने जेल में आलू-पूड़ी और मिठाइयां खायी है. केजरीवाल के खाने की सामग्री डॉक्टर के निर्धारित खाने से मेल नहीं खाती है.
जेल ऑथारिटी ने कहा कि केजरीवाल डाइट फॉलो नहीं कर रहे हैं. हमें एम्स से भी राय मिली है कि उन्हें आम से परहेज करना चाहिए. केजरीवाल को डाइट चार्ट फॉलो करना चाहिए, इंसुलिन की कोई जरूरत नहीं है. अगर वह इंसुलिन लेंगे तो शुगर लेवल काफी कम हो जाएगा. एम्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि उन्हें आम,चीकू और केले से परहेज करना होगा.
- Advertisement -
विज्ञापन बॉक्स (विज्ञापन देने के लिए संपर्क करें)
तिहाड़ में रोजाना मिठाई खाने के दावे पर केजरीवाल ने कहा कि वह शुगर फ्री मिठाइयां खा रहे हैं, जिससे शुगर नहीं बढ़ता है. ये शुगर फ्री मिठाइयां अब तक सिर्फ छह बार ही खाई गई हैं.
उन्होंने बताया कि शुगर लेवल कंट्रोल करने के लिए उन्हें एक अप्रैल के बाद से टॉफी और केले दिए जा रहे हैं जबकि मीठी चाय पीने के दावे पूरी तरह से गलत हैं. वह शुगर फ्री चाय पीते हैं और कभी मीठी चाय नहीं पी.
केजरीवाल ने कहा कि उन्होंने जेल में रहते हुए सिर्फ एक बार ही आलू-पूड़ी खाई है और वह भी नवरात्रि के प्रसाद के तौर पर आलू-पूड़ी खाई है और वह भी नवरात्रि के प्रसाद के तौर पर आलू-पूड़ी खाई है.
- Advertisement -
विज्ञापन बॉक्स (विज्ञापन देने के लिए संपर्क करें)
केजरीवाल की तरफ से वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि हमने ईडी को अर्जी की कॉपी दे दी थी. केजरीवाल ने कहा कि वह 22 सालों से डायबिटिक हैं. उन्होंने कहा कि क्या मैं कोई गैंगस्टर हूं कि मुझे अपने डॉक्टर से 15 मिनट के वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कंसल्टेंशन की भी मंजूरी नहीं दी जा सकती? सिंघवी ने कहा कि ED का आज अखबार आलू-पूड़ी से ही भरे पड़े हैं.
ईडी बताए कि कितनी बार आलू-पूड़ी खाई है? इस पर कोर्ट ने कहा कि हमने जेल ऑथारिटी से रिपोर्ट मंगाई है. इस मामले को दबाने के लिए जेल अधिकारियों ने ईडी के साथ मिलकर मीडिया ट्रायल करने की कोशिश की है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि केजरीवाल के खान-पान के कारण उनका शुगर लेवल बढ़ रहा है.