पटना- हिंदी भाषियों को लेकर विवादित टिप्पणी करने वाले डीएमके सांसद दयानिधि मारन मुश्किल में फंसते दिख रहे हैं. बिहार प्रदेश कांग्रेस के पॉलिटिकल अफेयर कमिटी के सदस्य डॉ. चंद्रिका प्रसाद यादव ने उन्हें लीगल नोटिस भेजा है. उन्होंने दयानिधि मारन से यह भी अपील की कि अगर उन्होंने 15 दिनों के भीतर बिहार और उत्तर प्रदेश के लोगों से माफी नहीं मांगी तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया की जाएगी.
चंद्रिका यादव ने कहा कि दयानिधि मारन को शायद यह नहीं पता है कि उनके प्रदेश में कई आईएएस और आईपीएस अधिकारी बिहार और यूपी से हैं. यहां तक कि पुलिस विभाग के सर्वोच्च पद तक बिहार के लोगों ने वहां अपनी सेवा दी है. ये बात न केवल तमिलनाडु के लिए है, बल्कि पूरे भारत के लिए है.
इससे पहले DMK नेता दयानिधि मारन के बयान पर भाजपा समेत महागठबंधन के कई नेताओं ने अपनी प्रतिक्रिया दी है और बयान की निंदा की है. डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने दयानिधि मारन के बयान की निंदा की है. उन्होंने कहा कि भारत एक देश है. लिहाजा एक राज्य के लोगों को दूसरे राज्य के लोगों का सम्मान करना चाहिए. इस तरह का बयान देने से सभी को बचना चाहिए. तेजस्वी ने कहा कि डीएमके सामाजिक न्याय को मानती है, इसके बावजूद उसके सांसद अगर कहते हैं तो यह बेहद निंदनीय है.
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