उत्तराखंड- सिलक्यारा टनल में चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन में बड़ी सफलता मिली है. उत्तराखंड के उत्तरकाशी में टनल में फंसे मजदूरों को बाहर निकाला जाना शुरू हो गया है. सुरंग में खुदाई पूरी हो गई है. एनडीआरएफ की टीम पाइप के जरिए मजदूरों तक पहुंची, फिर उन्हें बाहर निकालने का काम शुरू किया गया. मजदूरों को एंबुलेंस में बैठाकर अस्पताल भेजने का सिलसिला भी शुरू हो गया है. वहीं सुरंग के अंदर मजदूरों के परिजनों को भेजा गया है. वो सर्दी के हिसाब से कपड़े लेकर वहां गए हैं.
अभी तक 12 मजदूरों को बाहर निकाल लिया गया है. बाकी के मजदूरों को भी एक-एक करके बाहर निकाला जा रहा है. सुरंग के अंदर NDRF की 3 टीमें मौजूद हैं. सबसे पहला श्रमिक विजय होरो हैं जिसे निकला गया. इस बीच भारत माता की जय के नारे लगे.
विजय होरो झारखंड निवासी हैं जिसे सबसे पहले निकाला गया है. दूसरे मजदूर गणपति होरो को भी सुरंग से बाहर निकाला गया है. इस दौरान मुख्यमंत्री ने शॉल ओढ़ाकर स्वागत किया.
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इन मजदूरों को मलबा भेदकर ड्रिलिंग मशीन के जरिए सुरंग बनाकर निकाला गया, जिसमें 800 एमएम के पाइप डाले गए. इन पाइपों के जरिए एक-एक कर मजदूरों को बाहर निकाला गया और वो रेंगते हुए बाहर निकाले गए. जो मजदूर कमजोर हैं या किसी वजह से रेंगते हुए बाहर नहीं आ सके उनके लिए एक स्ट्रेचर बनाया गया था, जिसमें पहिए लगे हुए हैं. इन मजदूरों स्ट्रेचर पर लिटाकर रस्सी के जरिये बाहर खींचा गया.
बता दें कि 12 नवंबर दिवाली के दिन उत्तरकाशी की सिलक्यारा टनल में अचानक धंसाव हो गया था, जिसमें 41 मजदूर सुरंग में ही फंस गए थे. पिछले ग्यारह दिनों से लगातार इन मजदूरों को निकालने के लिए युद्ध स्तर पर रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा था. कई बार इसमें कुछ रुकावट भी आई, जिसकी वजह से रेस्क्यू में देरी हुई, लेकिन इन तमाम बाधाओं को दूर किया गया और आखिरकार आज प्रशासन को इसमें सफलता मिली.
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