डेस्क- BJP सांसद और बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत ने हाल ही में एक इंटरव्यू में किसान आंदोलन को लेकर विवादित बयान दिया है. उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन के दौरान हिंसा फैलाने की कोशिश की जा रही थी.
कंगना ने कहा अगर केंद्र सरकार मजबूत नहीं होती तो उस समय ‘बांग्लादेश’ जैसा कुछ बना दिया जाता. बीजेपी सांसद कंगना रनौत ने यह भी आरोप लगाया कि किसान आंदोलन में रेप और हत्या जैसी घटनाएं हो रही थीं.
कंगना रनौत के इस बयान पर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कंगना के बयान को बेतुका बताया और कहा कि 13 महीने चले किसान आंदोलन के दौरान कोई हिंसा नहीं हुई और यह पूरी तरह से शांतिपूर्ण रहा.
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राकेश टिकैत ने यह भी कहा कि एक सांसद को ऐसी भाषा का प्रयोग नहीं करना चाहिए और उन्हें अपने क्षेत्र के किसानों के मुद्दों पर ध्यान देना चाहिए, न कि बेतुके बयान देकर अपनी छवि को खराब करना चाहिए.
राकेश टिकैत ने कहा कि अगर कंगना के आरोपों में सच्चाई होती, तो जांच एजेंसियां इस पर कार्रवाई करतीं. किसान नेता राकेश टिकैत ने भी इस बयान पर कंगना रनौत को जवाब देते हुए कहा कि सरकार को देखना चाहिए कि ट्रैक्टर का रुख लाल किले की ओर किसने मोड़ा.
किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि अगर हम लाल किले की तरफ जा सकते थे, तो पार्लियामेंट की तरफ भी जा सकते थे, लेकिन हमें हमारे रूट से भटकाया गया.
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