डेस्क- बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हमले लगातार जारी हैं. हर दिन किसी न किसी इलाके में हिंदुओं के साथ हिंसा हो रही है. देश विदेश में इसकी निंदा भी हो रही है, बावजूद इसके हमले बदस्तूर जारी है.
इस मामले को लेकर अब साहित्यारों और लेखकों ने हिंदुओं पर हो रही हिंसा के खिलाफ आवाज बुलंद किया है. दर्जनों साहित्यकारों और लेखकों ने हिंसा के खिलाफ खुला पत्र लिखा है.
लेखकों ने कहा है चिट्ठी लिखने का मकसद है हिन्दुओं पर हो रहे हमले पर दुनिया का ध्यान आकृष्ट करना है. इसके अलावा लेखकों ने भारतीय संसद को भी पत्र लिखा है और इसपर संज्ञान लेने की अपील की है.
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इधर, बांग्लादेश में इस्लामी चरमपंथियों की ओर से हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यक समुदायों को निशाना बनाए जाने के खिलाफ 300 से अधिक भारतीय-अमेरिकी और बांग्लादेशी मूल के हिंदू लोगों ने रविवार को ह्यूस्टन के शुगर लैंड सिटी हॉल में एकत्र हुए.
प्रदर्शनकारियों ने अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन से अपील की कि वह बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ अत्याचार को रोकने और कमजोर समुदायों की रक्षा करने के लिए तत्काल एवं निर्णायक कदम उठाए.
प्रदर्शन के आयोजकों ने बांग्लादेश में सभी धार्मिक अल्पसंख्यकों की तत्काल सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की और बाइडन प्रशासन से आग्रह किया कि वह मानवता के खिलाफ हो रहे इन जघन्य अपराधों के दौरान मूकदर्शक न बना रहे.
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बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों के विरोध में हिंदू सड़कों पर उतरने लगे हैं. इसी कड़ी में राजधानी ढाका से लेकर फरीदपुर तक सभी शहरों में हिंदू समुदाय कट्टरपंथियों के खिलाफ प्रदर्शन किया. हिंदू समुदाय के लोग राजधानी ढाका के शहीद मीनार पर प्रदर्शन किया.