पटना- जेडीयू नेता व प्रदेश सचिव मोहम्मद इरफान ने गुरुवार को जेडीयू के सभी पदों सहित प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया और जन सुराज पार्टी का दामन थाम लिया.
इरफान जेडीयू के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष भी रह चुके हैं. इसके अलावा जिला परिषद अध्यक्ष और मुखिया भी थे. जमुई के रहने वाले मोहम्मद इरफान प्रशांत किशोर की मुहिम से प्रभावित होकर ये फैसला लिया है. ये जेडीयू के लिए बड़ा नुकसान माना जा रहा है.
बता दें कि जन सुराज अभियान के साथ बिहार के सभी दलों से लोग लगातार बड़ी संख्या में जुड़ रहे हैं. आरजेडी पत्र जारी कर अपने नेताओं पर लगाम लगाने की कोशिश कर रही है. फिर भी कई नेता लगातार प्रशांत किशोर के संगठन जन सुराज से जुड़ रहे हैं. इसी कड़ी में जेडीयू नेता मोहम्मद इरफान भी प्रशांत किशोर के संगठन में शामिल हो गए.
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गौरतलब है कि आरजेडी ने प्रशांत किशोर के संगठन जन सुराज को लेकर लेटर जारी किया था. उस लेटर में आरजेडी कार्यकर्ताओं को आगाह किया गया था कि वो जन सुराज से नहीं जुड़े. साथ ही कार्रवाई करने की भी बात कही गई थी. आरजेडी के लेटर में प्रशांत किशोर के संगठन को बीजेपी की बी टीम बताई गई थी.
इस पत्र पर खूब सियासत हुई थी. प्रशांत किशोर ने भी पलटवार किया था, लेकिन इसके बाद भी आरजेडी ने दूसरा लेटर जारी किया है. इस लेटर में आरजेडी ने अपने दो नेताओं को बाहर का रास्ता दिखाया. आरोप है कि दोनों नेता जन सुराज से जुड़ गए हैं. इस पर आरजेडी ने अनुशासनात्मक कार्रवाई की.