पटना- बिहार में एक के बाद एक 12 पुल गिरने के बाद सरकार जाएगी है और एक्शन लिया है. लगातार पुल गिरने की घटना सामने आने के बाद 11 इंजीनियर को सस्पेंड कर दिया गया है. मीडिया से बात करते हुए ग्रामीण कार्य विभाग के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी दीपक सिंह ने कहा कि अब तीन पुलों के क्षतिग्रस्त होने की सूचना मिली है.
18 जून को अररिया में बखरा नदी पर सबसे पहले नुकसान की सूचना मिली. राज्य और केंद्र की टीमें जांच कर रही हैं. चार इंजीनियरों को निलंबित किया गया, दो अन्य को पहले पहले ही निलंबित कर दिया गया है. अन्य कारणों से संबंधित ठेकेदारों को पेमेंट जांच पूरी होने तक रोक दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि निरीक्षण टीमों की ओर से अंतिम रिपोर्ट देने के बाद ठेकेदार और सलाहकार पर अंतिम कार्रवाई की जाएगी.
एडिशनल चीफ सेक्रेटरी दीपक सिंह ने कहा कि पुल का निर्माण कार्य चल रहा था. ठेकेदार ने कथित तोड़फोड़ के लिए कुछ स्थानीय लोगों के खिलाफ पहले ही एफआईआर दर्ज करा दी थी. हमने उनसे स्पष्टीकरण मांगा है कि 15 जून के बाद निर्माण क्यों किया जा रहा था. दीपक सिंह ने कहा कि कुछ अन्य पुल हैं जिनके लिए एजेंसी का पता लगाया जाना बाकी है हम जिला प्रशासन से इनपुट मांग रहे हैं.
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राज्य जल संसाधन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि नौ पुलों के क्षतिग्रस्त होने की सूचना मिली है. इनमें से छह छह बहुत पुराने हैं. तीन अन्य निर्माणाधीन हैं. प्रथम दृष्टया ऐसा लगता है कि इंजीनियर और ठेकेदार इसमें शामिल हैं. उन्होंने कहा कि उड़नदस्ता टीम ने अपनी अपनी रिपोर्ट सौंप दी है. इंजीनियर इसे लेकर न तो सावधान थे और न ही निगरानी कर रहे थे. इस मामले में विभिन्न पदों के 11 इंजीनियरों को सस्पेंड कर दिया गया.