पटना- बिहार में नौकरी के नाम पर बड़े पैमाने पर अय्याशी की जा रही थी. बेरोजगार युवक युवतियों को झांसे में लेकर यह गंदा खेल खेला जा रहा था. छपरा कि एक पीड़िता मामले को लेकर कोर्ट पहुंची, जिसके बाद अहियापुर थाने ने मामला दर्ज किया गया और तब इस रैकेट की करतूत सामने आयी.
अय्याशी करनेवालों ने बकायदा एक कंपनी खोल रखी है, जिसमें नौकरी के नाम पर बेराजगार युवक-युवतियों को बुलाया जाता है और फिर लालच में फंसाकर उनका यौन शोषण किया जाता है. सारण जिले के मशरक थाना इलाके की रहनेवाली 23 साल की युवती भी नौकरी के झांसे में आ गयी और बन गयी इस गैंग का शिकार.
23 वर्षीय पीड़िता ने बताया कि “मूल रूप से सिवान के मैरवा थाना इलाके के रहनेवाले एक शख्स से उसकी दोस्ती फेसबुक के जरिए हुई. कुछ दिनों बाद उस शख्स ने उसे जॉब ऑफर किया, जिसके लिए वो मुजफ्फरपुर आ गयी. सैलरी 25 हजार रुपये बताई गयी. रूम और मेस के लिए 20 हजार रुपये भी जमा करा लिए. कुछ दिनों के लिए एक सेंटर पर भेजा भी गया. इसके बाद बखरी स्थित कंपनी में बुलाया गया. वहां 500 से अधिक युवक और युवतियां पहले से थीं.”
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पीड़िता के अनुसार, उसकी नकली शादी कराई गई, योन शोषण किया गया. जब वह गर्भवती हुई तो उसका अबॉरशन कराया गया. जब वह अपने मायके चलने के लिए कहती तो वहां आरोपियों ने उसके साथ मारपीट की और मोबाइल से शादी वाली सभी तस्वीर और वीडियो डिलीट कर दिया गया. मोबाइल, सिम और मेमोरी को भी नष्ट कर दिया.”
पीड़िता ने बताया कि “मारपीट के बाद पटना से लाकर मुजफ्फरपुर के बैरिया बस स्टैंड छोड़ दिया. धमकी दी कि कंप्लेन करने पर भाई समेत पूरे परिवार को लापता कर देंगे. पीड़िता ने बताया कि ”कंपनी की आड़ में बेरोजगार युवक-युवतियों को फंसाया जाता है. उन्हें ब्लैकमेल किया जाता है. युवतियों का यौन शोषण किया जाता है. कंपनी के गुर्गे अवैध हथियारों का इस्तेमाल भी करते हैं. हथियारों को पटना के बख्तियारपुर में छिपा कर रखा जाता हैं.” बहरहाल कोर्ट के निर्देश पर मामला दर्ज कर लिया गया है. पुलिस आगे की कारववाई में जुट गई है.