रांची- बड़कागांव से कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद, पूर्व मंत्री योगेंद्र साव व उनके अन्य सहयोगियों को ED समन भेज सकती है. छापेमारी के दौरान उनके घरों से मिले दस्तावेज के बारे में ED पूछताछ कर सकती है. 12 मार्च को बड़कगांव से कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद और उनके परिवार के सदस्यों के 20 ठिकानों पर ईडी ने छापेमारी की थी.
छापेमारी के दौरान योगेंद्र साव के ठिकानों से जमीन के 100 से अधिक दस्तावेज मिले हैं. इसके अलावा बैंकों के सील मोहर भी मिले हैं. आशंका जतायी जा रही है कि ये लोग बैंकों के नाम पर जालसाजी भी करते हैं. इसी को लेकर ईडी पूर्व मंत्री योगेंद्र साव व उनके अन्य सहयोगियों को एक-एक कर समन भेज सकती है.
जानकारी के अनुसार, छापेमारी के दौरान ईडी ने विभिन्न ठिकानों से कुल 30 लाख जब्त किये हैं. इसमें से 15 लाख रुपये गोविंदपुर (धनबाद) के सीओ शशि भूषण के घर से मिले हैं. वहीं, 11 लाख रुपये योगेंद्र साव के साले मुकेश साव के घर से बरामद किये गये हैं. ईडी ने छापेमारी के दायरे में शामिल किये गये लोगों के मोबाइल फोन सहित अन्य डिजिटल डिवाइस भी जब्त कर लिये हैं.
- Advertisement -
विज्ञापन बॉक्स (विज्ञापन देने के लिए संपर्क करें)
ईडी को संदेह है कि रांची की तरह हजारीबाग में भी दस्तावेज के साथ हेराफेरी हुई है. रांची में ईडी ने जांच के क्रम में पाया कि यहां जालसाजों ने अंचल कार्यालय की मिलीभगत से मूल दस्तावेज निकाला और उसमें ओवरराइटिंग कर रैयत का नाम बदल दिया. मूल दस्तावेज में छेड़छाड़ के बाद जमीन की खरीद-बिक्री की गयी.
- Advertisement -
विज्ञापन बॉक्स (विज्ञापन देने के लिए संपर्क करें)