डेस्क- आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारी कर रहे धनंजय सिंह को कोर्ट से बड़ा झटका लगा है. साल 2020 में नमामि गंगे के प्रोजेक्ट मैनेजर के अपहरण और रंगदारी मामले में जौनपुर की MP-MLA कोर्ट ने बाहुबली धनंजय सिंह को सात साल की सजा सुनाई है. इसके साथ ही 50 हजार का जुर्माना भी लगाया गया है. मंगलवार को उनको इस मामले में दोषी करार दिया गया था. इसके बाद गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया था. जौनपुर से सांसद रहे धनंजय सिंह लोकसभा चुनाव लड़ने की तैयारी में लगे हुए थे.
बताते चलें कि धनंजय सिंह आगामी लोकसभा चुनाव में किस्मत आजमाने की तैयारी में हैं. इसकी पुष्टि उन्होंने सोशल मीडिया पर अपनी एक पोस्ट से की है. बीजेपी बीजेपी द्वारा उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी करने के बाद धनंजय सिंह की प्रतिक्रिया देखने को मिली थी. बीजेपी ने जौनपुर लोकसभा सीट से महाराष्ट्र के गृहमंत्री रहे कृपाशंकर सिंह को उम्मीदवार घोषित किया है.
गौरतलब है कि धनंजय सिंह महज 27 साल की उम्र में विधायक बन गए थे. उन्होंने साल 2002 के विधानसभा चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था. इसके बाद साल 2007 के चुनाव में उन्होंने जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के टिकट पर चुनाव लड़के जीत हालिस की थी. साल 2009 में बसपा के टिकट पर लोकसभा चुनाव जीत हासिल की थी.
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साल 2022 के विधानसभा चुनाव में धनंजय सिंह दोबारा जेडीयू के टिकट पर विधानसभा में पहुंचे थे. इस बार के लोकसभा चुनाव में उनको उम्मीद थी कि जेडीयू से टिकट मिलेगा. लेकिन जेडीयू के एनडीए में शामिल होने और जौनपुर से बीजेपी के कैंडिडेट के ऐलान के बाद उनकी उम्मीदों पर पानी फिर गया. इसके बावजूद उन्होंने चुनाव लड़ने का ऐलान किया है.