कोलकाता- कलकत्ता हाई कोर्ट के जज जस्टिस अभिजीत गंगोपाध्याय ने मंगलवार सुबह अपने पद से इस्तीफा दे दिया. जस्टिस अभिजीत गंगोपाध्याय ने कोलकाता में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि वह 7 मार्च को संभवत: भाजपा द्वारा आयोजित कार्यक्रम में पार्टी में शामिल हो जायेंगे. उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि बीजेपी ही एकमात्र पार्टी है जो तृणमूल के भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ रही है’.
अभिजीत गंगोपाध्याय ने कहा कि वह लोकसभा चुनाव लड़ेंगे या नहीं, इसका फैसला बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व करेगा. उन्होंने दावा किया कि सत्तारूढ़ दल (तृणमूल कांग्रेस) की अपमानजनक टिप्पणियां इस निर्णय के पीछे प्रेरणा रही. गंगोपाध्याय ने कहा, ‘बीजेपी से बीते 7 दिनों में बातचीत बाद दोनों पक्षों की सहमति से यह फैसला लिया है. मैंने उन दिनों कोई न्यायिक कार्य नहीं किया.
उन्होंने कहा कि, तृणमूल कांग्रेस बिखर गई है. गंगोपाध्याय ने स्पष्ट रूप से कहा कि अब यह पार्टी नहीं रही. मैं आज राजनीति में हूं क्योंकि सत्तारूढ़ दल ने मुझ पर हमला किया. उन्होंने मुझे प्रेरित किया. मुझे विश्वसनीय सूत्रों से जानकारी मिली है कि पत्रकारों के भेष में कुछ बदमाश घुस आए हैं. मैंने थाने को सूचना दी. वहां सफेद कपड़ों में पुलिस भी मौजूद है’.
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‘वह सीपीआईएम में शामिल क्यों नहीं हो रहे हैं’, पत्रकारों के इस सवाल पर पूर्व न्यायाधीश ने कहा, ‘मैं सीपीएम में शामिल नहीं होऊंगा क्योंकि मैं भगवान में विश्वास करता हूं. मैं धर्म में विश्वास करता हूं. मैं वहां मेल नहीं खाऊंगा.
वहीं कांग्रेस पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस वंशवाद की पार्टी है. जयराम रमेश जैसे पढ़े-लिखे लोगों को पद नहीं मिलते. वे राहुल गांधी जैसे नेताओं के पीछे छिपे हुए हैं’.