डेस्क- राजनीतिक गलियारे से बड़ी खबर सामने आयी है. कांग्रेस पार्टी ने राम मंदिर के उद्घाटन के न्योता को ठुकरा दिया है. कांग्रेस पार्टी ने इस पूरे कार्यक्रम को आरएसएस और बीजेपी का इवेंट बताकर किनारा कर लिया है. इसी के साथ तमाम अटकलों पर विराम लग गया है. कांग्रेस की ओर से एक बयान भी जारी किया गया है.
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने बयान जारी कर कहा, ”पिछले महीने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी और लोकसभा में कांग्रेस संसदीय दल के नेता अधीर रंजन चौधरी को अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन का निमंत्रण मिला. भगवान राम की पूजा-अर्चना करोड़ों भारतीय करते हैं. धर्म मनुष्य का व्यक्तिगत विषय होता आया है, लेकिन बीजेपी और आरएसएस ने वर्षों से अयोध्या में राम मंदिर को एक राजनीतिक परियोजना बना दिया है.”
उन्होंने आगे कहा, ”स्पष्ट है कि एक अर्द्धनिर्मित मंदिर का उद्घाटन केवल चुनावी लाभ उठाने के लिए ही किया जा रहा है. 2019 के माननीय सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय को स्वीकार करते हुए एवं लोगों की आस्था के सम्मान में श्री मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी अधीर रंजन चौधरी बीजेपी और आरएसएस के इस आयोजन के निमंत्रण को ससम्मान अस्वीकार करते हैं.” बता दें कि इससे पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और सीपीआई (एम) नेता सीताराम येचुरी भी निमंत्रण अस्वीकार कर चुके हैं.
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