रांची- उत्तरकाशी निर्माणाधीन सुरंग हादसे में बाबूलाल मरांडी के बयान पर झामुमो ने तिखी प्रतिक्रिया जाहिर की है. झामुमो केंद्रीय महासचिव व प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि बाबूलाल मरांडी का मानसिक संतुलन बिगड़ गया है. लगता है कि उन्हें कोई काम-धाम नहीं बचा है, इसलिए उन्हें अब एकांतवास पर जाने की जरूरत है. वे कहें तो सरकार इसकी व्यवस्था करा देगी. झामुमो केंद्रीय महासचिव व प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य सोमवार को पार्टी कार्यालय में आयोजित एक प्रेस वार्ता को सम्बोधित कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि उत्तरकाशी में टनल में फंसे 41 मजूदरों में झारखंड के सबसे अधिक 15 मजदूर दबे हैं. जैसे ही इसकी जानकारी सरकार को मिली, दूसरे ही दिन वहां एक वरिष्ठ आईएएस भुवनेश प्रताप सिंह के नेतृत्व में टीम रवाना हो गयी, जो वहां पर दिन-रात डटकर मुकाबला कर रही है. पल-पल की जानकारी राज्य सरकार और सीएम ले रहे हैं. इसके बाद भी बाबूलाल हेमंत सरकार पर संवेशनहीन होने का आरोप लगा रहे हैं.
उन्होंने कहा, अगर उन्हें और उनकी पार्टी की केंद्र सरकार को जरा सी भी मजदूरों और गरीबों की चिंता होती तो यह सवाल केंद्र सरकार से करना चाहिए, जहां पर केंद्र सरकार अपने उद्यमी मित्रों के लिए कई प्रोजेक्ट पर बिना कोई सुरक्षा उपाय के काम शुरू करवा दे रही है. हाल के वर्षों में कई ऐसी घटनाएं हुईं हैं. सेना के जवान तक लापता हो गए. सिक्किम में तो डैम ही बह गया. यह सीधे तौर पर केंद्र सरकार का प्रोजेक्ट था. केंद्र में किसकी सरकार है, उत्तराखंड में किसकी सरकार है. अगर बाबूलाल मरांडी संवदेशनील होते तो वे केंद्र और वहां की सरकार से बात करते, खुद घटना स्थल पर जाते. उन्होंने कहा बाबूलाल यहां बैठकर मामले को पैनिक कर रहे हैं.
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