रांची- झारखंड में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की दूसरी बार वापसी हो रही है. झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेतृत्व वाला गठबंधन विधानसभा की 81 सीटों में से 57 पर आगे चल रहा है. शनिवार दोपहर जीत सुनिश्चित होने के बाद एक अखबार से बात करते हुए हेमंत सोरेन ने इस जीत का श्रेय अपनी पत्नी कल्पना सोरेन और उनकी टीम को दिया.
हेमंत सोरेन ने कहा, ‘हमने अपना होमवर्क कर लिया था और अपने लक्ष्य निर्धारित कर लिए थे. हम जानते थे कि यह बहुत कठिन मुकाबला होने वाला है. इसलिए हम अपनी टीम के साथ जमीन पर काम करने के लिए निकल पड़े थे. यह बेहतरीन टीम वर्क था और हमने वह मैसेज दिया जो हम देना चाहते थे.’
उन्होंने कहा, ‘आपने देखा कि लोकसभा चुनाव में हमने कैसा प्रदर्शन किया. अगर मैं जेल से बाहर होता तो हम और भी बेहतर प्रदर्शन करते. उस समय, मेरी पत्नी कल्पना सोरेन ‘वन-मैन आर्मी’ के रूप में काम कर रही थीं, इस बार हम दो थे.
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उन्होंने कहा, बीजेपी ने अपने चुनाव प्रचार में बांग्लादेशी घुसपैठियों का मुद्दा जोर-शोर से उठाया था. इस पर बोलते हुए हेमंत सोरेन ने कहा, ‘मुख्य बात यह है कि सुनने वाले लोग कौन हैं और वे इससे क्या लेते हैं. मतदाता और नेता के बीच का रिश्ता एक शिक्षक और छात्र जैसा होना चाहिए. शिक्षक को विद्यार्थी की आवश्यकताओं को समझना चाहिए.
उन्होंने कहा, मैं बता नहीं सकता कि कितना दबाव था… यह बहुत कठिन था. मुझे नहीं लगता कि मैंने ऐसा कोई चुनाव कभी देखा है और मुझे नहीं लगता कि कभी देखूंगा.