सहरसा- बिहार के सहरसा जिले से एक बेहद दुखद खबर सामने आ रही है. जहां पिता की अर्थी को कंधा देने के तुरंत बाद एक बेटे की हार्ट अटैक से मौत हो गई. इस घटना से गांव सहित क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ पड़ी है. मामला सहरसा जिले के सिमरी बख्तियारपुर के पुरानी बाजार का है.
मिली जानकारी के अनुसार, बेटा श्रम मंत्रालय दिल्ली में सेक्शन ऑफिसर के पद पर कार्यरत था. इस बीच सेवानिवृत्त पंचायत सेवक पिता की मौत की खबर मिलते ही वह दिल्ली से गांव पहुंचे थे. दोपहर तीन बजे दिन के करीब पिता ब्रह्मदेव साह की शव यात्रा निकाली गई. जहां ग्रामीण सहित सुशील कुमार पिता की अर्थी को कंधा देते हुए टोला से कुछ दूरी पर स्थित श्मशान घाट पहुंचा. जिसके बाद वहां मुखाग्नि देने की प्रक्रिया चल ही रही थी कि अचानक सुशील कुमार मुर्छित होकर गिर पड़े.
तत्काल सीपीआर देने सहित अन्य प्रकार के प्राथमिक उपचार करते हुए स्थानीय अनुमंडलीय अस्पताल सिमरी बख्तियारपुर लाया. लेकिन अस्पताल में तत्कालीन उपचार के बाद उन्हें सहरसा रेफर कर दिया गया. सहरसा स्थित निजी अस्पताल में ले जाने के बाद वहां मौजूद डाक्टरों ने सुशील कुमार को मृत घोषित कर दिया. वहीं, श्मशान घाट पहुंच चुके पिता ब्रह्मदेव साह के शव को छोटे पुत्र संतोष कुमार के द्वारा मुखाग्नि देकर पंचतत्व में विलीन किया गया.
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एक ही घर में पिता पुत्र की मौत की खबर शहर में चर्चा का विषय बन गया है. हर कोई इस हृदय विदारक घटना से मार्माहत है. मृतक सेक्सन आफिसर सुशील कुमार अपने पीछे पत्नी समेत एक पुत्र और पुत्री को छोड़ गया.