डेस्क- चंडीगढ़ मेयर चुनाव को लेकर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई . चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की अगुवाई में तीन जजों ने मामले को सुना. चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ प्रिजाइडिंग ऑफिसर का वो वायरल वीडियो देखकर भड़क गए, जिसमें कथित रूप से वह मतपत्रों पर कलम चला रहे थे. इस मामले में उन्होंने नोटिस भी जारी किया और नए मेयर के कामकाज पर रोक लगा दी.
सीजेआई ने कहा कि यह लोकतंत्र का मजाक है. जो कुछ हुआ उससे हम बस स्तब्ध हैं. सीजेआई ने कहा कि हम इस तरह लोकतंत्र की हत्या की इजाजत नहीं दे सकते. सीजेआई ने चुनाव का पूरा वीडियो पेश करने को कहा है और नोटिस भी जारी किया है.
सीजेआई की अगुवाई वाली बेंच ने कहा, “हम निर्देश देते हैं कि मेयर चंडीगढ़ नगर निगम चुनावों का पूरा रिकॉर्ड हाई कोर्ट रजिस्ट्रार जनरल के पास जब्त कर लिया जाए और मतपत्र, वीडियोग्राफी को भी संरक्षित रखा जाए. रिटर्निंग ऑफिसर को नोटिस दिया गया है कि वह रिकॉर्ड सौंप देंगे. इस मामले में अब 12 फ़रवरी को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी.
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बता दें कि कोर्ट में वकील कुलदीप कुमार ने नए सिरे से मेयर चुनाव की मांग करते हुए अदालत का दरवाजा खटखटाया है. वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने मुख्य न्यायाधीश को यह देखने के लिए पेनड्राइव दी कि चुनाव कार्यवाही में क्या हुआ था. इसी पेनड्राइव में कथित रूप से प्रिजाइडिंग ऑफिस का वो वीडियो भी था, जिसमें देखा गया कि वह मतपत्रों पर कलम चला रहे हैं. साथ ही कथित रूप से पीछे के दरवाजे से कैसे बीजेपी के कैंडिडेट मेयर की कुर्सी पर आकर बैठ जाते हैं।