डेस्क- उत्तरकाशी में सिल्क्यारा सुरंग से 41 मजदूरों को सकुशल निकालने में अहम भूमिका निभाने वाले इंटरनेशनल टनलिंग एक्सपर्ट अर्नोल्ड डिस्क भारत के खान-पान के मुरीद हो गए हैं. उन्होंने कहा है कि भारत का शाकाहारी भोजन बहुत शानदार और स्वास्थ्यवर्धक है. मैं अभी वापस नहीं जाना चाहता. प्रोफेसर डिस्क का कहना है कि वह अभी अपने घर नहीं जाना चाहते हैं.
बता दें कि 12 नवंबर की सुबह सिल्क्यारा टनल में फंसे 41 मजदूरों को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा था. इस बीच प्लास्टिक की बोतलों में खाना भेजा गया. इसमें आलू के टुकड़े, दलिया, दाल और खिचड़ी भेजी जा रही थी. इस दौरान सुरंग के बाहर डटे बचावकर्मियों के लिए भी भोजन के लिए इंतजाम किए जा रहे थे. इन्हीं में शामिल विदेश से आए सुरंग विशेषज्ञ अनोल्ड डिक्स को भी भारतीय शाकाहारी भोजन खाने को मिला और वह शाकाहारी खान-पान के मुरीद हो गए.
इतना ही नहीं अनोल्ड डिक्स ने सुरंग में बचाव अभियान के दौरान बाबा बौखनाग की पूजा अर्चना भी की . वो प्रतिदिन सुरंग में जाते वक्त और वहां से आकर अवश्य ही बाबा बौखनाग की पूजा अर्चना करते देखे गए.
- Advertisement -
विज्ञापन बॉक्स (विज्ञापन देने के लिए संपर्क करें)
बता दें कि सुरंग में फंसे मंजदूरों को सुरक्षित बाहर निकालने के इस रेस्क्यू मिशन के लिए इंटरनेशनल टनलिंग एंड अंडरग्राउंड स्पेस एसोसिएशन के अध्यक्ष अर्नोल्ड डिक्स को भी सरकार ने बुलावा भेजा था. अर्नोल्ड डिक्स इंटरनेशनल टनलिंग एंड अंडरग्राउंड स्पेस एसोसिएशन के अध्यक्ष हैं. लेकिन साथ ही वह इंजीनियर, वकील, जियोलॉजिस्ट भी हैं. उन्होंने मेलबर्न की की मोनाश यूनिवर्सिटी से साइंस और लॉ में डिग्री ली थी.उन्होंने अपनी तीन दशकों के करियर में कई भूमिकाएं निभाई हैं. उन्होंने 2016 से 2019 के बीच कतर रेड क्रेसेंट सोसाइटी के लिए वॉलिंटेयर के तौर पर काम किया है, जहां उन्होंने इसी तरह की अंडरग्राउंड घटनाओं पर काम किया है.