डेस्क- कांग्रेस नेता राहुल गाँधी अभी पंजाब के अमृतसर में हैं. यहां वे स्वर्ण मंदिर में सेवा कर रहे हैं. इस दौरान उन्होंने श्रीहरमंदिर साहिब स्वर्ण मंदिर में लंगर परोसा, जूठे बर्तन धोए, सब्जियां काटी, लहसुन छीला और जूते भी उठाये। सुखासन के दौरान राहुल गांधी ने नीला साफा बांधकर पालकी साहिब को कंधा देने की सेवा भी निभाई।
इससे पहले सोमवार की देर रात करीब 12 बजे तक राहुल गांधी ने अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में सेवा की। मंगलवार को वो दूसरी बार सेवा करने के लिए गुरुद्वारा पहुंचे थे। इस दौरान राहुल ने पालकी साहिब के दर्शन भी किए। सोमवार को गुरु घर के द्वार बंद होने के बाद राहुल गांधी साफ-सफाई की सेवा में जुट गए थे। उन्होंने कपड़ा पकड़ा और रेलिंग की सफाई का काम शुरू कर दी। गोल्डन टेंपल में सेवा कर रहे युवकों के साथ वे हाथ बंटाते दिखे।
वहीं, राहुल के इस दौरे पर सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) ने सवाल उठाए। महासचिव गुरुचरण सिंह ग्रेवाल ने कहा कि राहुल गांधी यहां प्रश्चाताप करने आए या राजनीति इसका जवाब जरूर दें। SGPC जनरल सेक्रेटरी गुरचरण सिंह ग्रेवाल ने कहा कि सिख मर्यादा के अनुसार इस घर में कोई भी आ सकता है। यहां चढ़ के आए को तेग, निम के आए को देग। राहुल गांधी ने यहां सेवा की, इसलिए उन्हें देग दी गई, लेकिन उनकी सेवा को पश्चाताप कहना गलत होगा। जो उन्हें यहां आकर कहना था और उन्होंने नहीं कहा, वह राजनीति थी।उन्होंने कहा कि सेवा करना ना राजनीति है और ना ही पश्चाताप।
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