बोकारो- बोकारो से कांग्रेस विधायक श्वेता सिंह मुश्किलों में घिर गई हैं. संवैधानिक पद पर रहते हुए उनके नाम पर दो-दो पैन कार्ड और तीन वोटर कार्ड रहने का सनसनीखेज मामला सामने आया है. बीजेपी का आरोप कि ये फर्जीवाड़ा हो सकता है. लिहाजा पार्टी ने तमाम एजेंसियों से गहराई से जांच की मांग की है.
दरअसल बोकारो की कांग्रेस विधायक श्वेता सिंह के नाम पर दो स्थायी पैन कार्ड और तीन अलग-अलग मतदाता पहचान पत्र सामने आए हैं. दस्तावेजों में पिता और पति के नाम को लेकर भारी गड़बड़ी देखी गई है, जिससे कई सवाल खड़े हो रहे हैं.
पैन कार्ड के नियमों के अनुसार, इसमें केवल पिता का नाम ही होना चाहिए, पति का नहीं. खास बात यह है कि दोनों पैन कार्ड्स में जन्म तिथि समान रूप से 19 जून 1984 लिखी हुई है, लेकिन नाम में भी अंतर पाया गया है. एक कार्ड में नाम SHWETA SINGH, जबकि दूसरे में SHWETTA A लिखा गया है.
- Advertisement -
विज्ञापन बॉक्स (विज्ञापन देने के लिए संपर्क करें)
इतना ही नहीं, श्वेता सिंह के नाम से तीन वोटर आईडी भी सामने आए हैं. पहला वोटर कार्ड बोकारो विधानसभा क्षेत्र का है, जिसमें पति के नाम के स्थान पर संग्राम सिंह दर्ज है और उम्र 30 वर्ष बताई गई है.
दूसरा वोटर कार्ड बिहार के जमुई जिले के झाझा विधानसभा क्षेत्र से जारी हुआ है, जिसमें पिता के नाम की दिनेश कुमार सिंह लिखा है और उम्र 43 वर्ष दर्ज है. तीसरे वोटर कार्ड में पति के नाम के आगे डॉ. संग्राम सिंह लिखा गया है.
इस पूरे मामले में विधायक की ओर से अब तक कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है. इधर, इस मामले पर बीजेपी काफी मुखर है. बोकारो के पूर्व विधायक और वरिष्ठ बीजेपी नेता विर्णाची नारायण ने इस मामले की जांच की मांग चुनाव आयोग से की है.
- Advertisement -
विज्ञापन बॉक्स (विज्ञापन देने के लिए संपर्क करें)
उन्होंने कहा कि मामला बेहद संवेदनशील और गंभीर है. एक विधायक जो संवैधानिक पद है अगर उनके नाम दो पैन कार्ड हैं तो ये वाकई आश्चर्यजनक बात है, इसकी गहराई से जांच होनी चाहिए.