छपरा- बिहार के सारण लोकसभा क्षेत्र से प्रत्याशी रोहिणी आचार्या को लोगों के भारी आक्रोश का सामना करना पडा. बढ़ते बवाल के बीच रोहिणी आचार्या पुलिस सुरक्षा में जैसे-तैसे वहां से निकल पायीं. ये मामला छपरा विधानसभा क्षेत्र के बूथ संख्या 118 और 119 का है.
जानकारी अनुसार, वोटिंग खत्म होने के करीब आधे घंटे बाद रोहिणी आचार्या लालू परिवार के करीबी भोला यादव और दूसरे समर्थकों के साथ बूथ पर पहुंच गयीं. इसके बाद स्थानीय लोगों ने भारी हंगामा खड़ा कर दिया. लोगों का आऱोप था कि रोहिणी आचार्या अपने समर्थकों के साथ बूथ छापने आयी हैं. वे मतदान केंद्र के अंदर जाकर मतदाताओं से बदसलूकी कर रही हैं.
उनके साथ आये असामाजिक तत्व वोटरों को भगा रहे हैं. स्थानीय लोग मतदान केंद्र पर पहुंच गये और बूथ नहीं छापने देंगे के नारे लगाने लगे. स्थानीय लोगों और रोहिणी आचार्या के बीच बहस भी हुई. बूथ पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने स्थानीय लोगों को खदेड़ना शुरू कर दिया. इसके बाद आक्रोश और बढ़ गया.
- Advertisement -
विज्ञापन बॉक्स (विज्ञापन देने के लिए संपर्क करें)
स्थानीय लोगों ने बूथ को घेर लिया और नारेबाजी शुरू कर दी. लोगों ने रोड जाम भी कर दिया. उस समय रोहिणी आचार्या बूथ के अंदर ही थीं. बाहर लोगों का आक्रोश बढ़ता देख वे वहां से निकलना चाह रही थीं लेकिन माहौल बेहद गर्म था. इसी दौरान रोहिणी आचार्या के साथ आये कुछ समर्थकों की स्थानीय लोगों से झड़प भी हुई. तभी पेट्रोलिंग पार्टी भी वहां पहुंची. पुलिसकर्मियों ने रोहिणी आचार्या की गाड़ी को घेर कर उन्हें बाहर निकाला.
रोहिणी के निकलने के बाद लोगों का हंगामा होता रहा. लोगों का आऱोप था कि रोहिणी आचार्या गुंडों के सहारे बूथ छापने की कोशिश कर रही थी. लोगों ने सड़क जाम कर जमकर नारेबाजी की. मामला बिगड़ते देख सारण के एसपी समेत दूसरे पुलिस अधिकारी मतदान केंद्र पर पहुंचे. एसपी की मौजूदगी में ईवीएम को सील कर वहां से निकाला गया.
- Advertisement -
विज्ञापन बॉक्स (विज्ञापन देने के लिए संपर्क करें)