गया- गया में इन दिनों पितृपक्ष मेला महासंगम 2023 जोर शोर से चल रहा है। गयाजी में प्रतिदिन लाखों की संख्या में श्रद्धालु पिंडदान तर्पण कर रहे हैं। इस कड़ी में लोग देश-विदेश के कोने-कोने से लोग गयाजी में पिंडदान करने पहुंच रहे हैं। ऐसी मान्यता है कि गयाजी में पिंडदान तर्पण करने से उनके पूर्वजों की मोक्ष की प्राप्ति होती है। इसी कड़ी में यूक्रेन से भारत आईं विदेशी महिला यूलिया ने भी फल्गु नदी तट पर देवघाट स्थित गयाजी डैम के समीप पिंडदान तर्पण किया।
यूक्रेन की रहने वाली यूलिया जीटो मेरास स्काई गया अपने माता-पिता की शांति कि लिए पिंडदान किया. यूलिया के माता-पिता यूक्रेन में मारे गए हैं. यहां आचार्य लोकनाथ गौड़ ने युवती यूलिया को पूरी विधि विधान से कर्मकांड कराया. यूलिया पेशे से साइकोलॉजिस्ट हैं और यूक्रेन में रहकर ऑनलाइन चीन और दूसरे देशों के लिए काम करती हैं.
यूलिया ने बताय कि युद्ध के दौरान रसिया के हमले में उसके माता-पिता सहित परिवार के कई सदस्य मारे गए हैं. वहां पूरी तरह अशांति फैली हुई है. युद्ध अभी भी जारी है. युद्ध बंद कर शांति बहाल होनी चाहिए और वह गया में यूक्रेन के लोगों के अलावे रसिया देश में भी मारे गए सभी लोगों के आत्मा के शांति के लिए यहां पिंडदान संपन्न कर रही हैं.
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यूलिया ने बताया कि उनके गुरु ने पूर्वजों की मोक्ष प्राप्ति के लिए गया आने की सलाह दी थी। जहां पिंडदान तर्पण करने के पश्चात मृत व्यक्ति की आत्मा को शांति मिलती है। इसी क्रम में अपने गुरुजी के निर्देशानुसार यहां पहुंची थी और अपने पुरोहित जी पिंडदान करवा रही हैं। यूलिया सिर्फ अपने पूर्वजों के लिए पिंडदान ही नहीं बल्कि यूक्रेन-रूस युद्ध में मारे गए सैनिक के लिए भी पिंडदान कर रहीं हैं। यूलिया ने कहा कि उन्हें गया आकर बहुत अच्छा लगा है, यहां के लोग बहुत अच्छे हैं और प्रशासन की ओर से भी श्रद्धालुओं के लिए बेहतर इंतजाम किया गया है।