डेस्क- बिहार में 12 फरवरी 2024 को नीतीश कुमार के नेतृत्व में गठित एनडीए सरकार के फ्लोर टेस्ट के पहले आरजेडी नेताओं ने विधायकों की खरीद-फरोख्त की कोशिश की थी. इसके लिए बड़े पैमाने पर पैसे का खेल हुआ था. विधायकों की कथित-फरोख्त की जांच कर रही बिहार सरकार की आर्थिक अपराध इकाई यानि ईओयू ने पैसे का खेल होने की पुष्टि कर दी है.
आर्थिक अपराध इकाई के डीआईजी मानवजीत सिंह ढिल्लो ने आज मीडिया से बात करते हुए कहा कि कोतवाली थाने में दर्ज मामले की जांच ईओयू को सौंपी गयी थी. ईओयू ने अपनी प्रारंभिक जांच रिपोर्ट सौंप दी है. इस रिपोर्ट में पैसे के लेन-देन और मनी लांड्रिंग की बात सामने आयी है. लिहाजा ईडी को इसकी जानकारी दी गयी है. ईडी इसकी जांच पड़ताल करेगी.
ईओयू के डीआईजी ने कहा कि इस मामले में कई लोगों के बयान दर्ज किये गये हैं. लेकिन अभी और अनुसंधान होना बाकी है. अनुसंधान की बातें मीडिया को नहीं बतायी जा सकती है. जब जांच पूरी हो जायेगी तब पूरी जानकारी दी जायेगी.
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बता दें कि मधुबनी के हरलाखी से जनता दल यूनाइटेड के विधायक सुधांशु शेखर ने 11 फरवरी को कोतवाली थाने में दो विधायकों के अपहरण और 10 करोड़ रुपए के प्रलोभन की शिकायत दर्ज करायी थी. शिकायत में उन्होंने आरोप लगाया था कि विधायक बीमा भारती और दिलीप राय का अपहरण किया गया है. EOU इसी की जाँच कर रही है.