गुजरात- गुजरात के वडोदरा शहर में 27 अगस्त से 29 अगस्त के बीच भारी बारिशहुई जिसके कारण विश्वामित्री नदी का जल स्तर बढ़ गया है. जलस्तर बढ़ने के कारण दो दर्जन से अधिक मगरमच्छ बाढ़ के पानी के साथ बहकर रिहायशी इलाकों में पहुंच गए.
रिहायशी इलाकों में मगरमच्छ के पहुंचने से लोगों में दहशत का माहौल है. सोशल मीडिया में कई वीडियो और तस्वीरें वायरल हो रही हैं, जिसमें मगरमच्छ को घर के अंदर भी देखा जा सकता है.
वडोदरा रेंज के वन अधिकारी करणसिंह राजपूत के मुताबिक, विश्वामित्री नदी में लगभग 440 मगरमच्छ रहते हैं, जिनमें से कई अजवा बांध से पानी छोड़े जाने के कारण आई बाढ़ के दौरान बहकर रिहायशी इलाकों में पहुंच जाते हैं.
- Advertisement -
विज्ञापन बॉक्स (विज्ञापन देने के लिए संपर्क करें)
वन विभाग की टीम इन मगरमच्छों को बचाने के लिए तत्परता से काम कर रही है, ताकि इन्हें सुरक्षित रूप से विश्वामित्री नदी में वापस छोड़ा जा सके. विशेष जाल और उपकरणों का उपयोग किया जा रहा है. वन विभाग के बचाव केंद्र लाकर मगरमच्छों के स्वास्थ्य की जांच की जा रही है.
घायल या कमजोर मगरमच्छों को तुरंत चिकित्सा दी जाती है. वन विभाग के साथ कई एनजीओ भी इन मगरमच्छ को पकड़ने में हाथ बंटा रहे हैं. हालांकि, इस बीच लोगों में दहशत का माहौल है. न जाने कब कहां से कोई मगरमच्छ आ जाए और वे उसका निवाला बन जाएं.
रेस्क्यू शेल्टर में रहने वाले लोगों ने बताया कि हमारे घर के पास बहुत बड़े-बड़े मगरमच्छ नजर आते हैं. हमें बहुत डर लगता है. हम डर के मारे सो नहीं पाते. हमारे घर के पास जब मगरमच्छ घूमते हैं तो हमें और हमारे बच्चों को बहुत डर लगता है.
- Advertisement -
विज्ञापन बॉक्स (विज्ञापन देने के लिए संपर्क करें)
बारिश के दौरान ये डर और बढ़ जाता है. बड़े-बड़े मगरमच्छ रिहायशी इलाकों में तैर रहे हैं. कई घरों में भी पानी भर गया है. ऐसे में सबसे ज्यादा डर यही लगता है कि सोते समय तैरते हुए मगरमच्छ घर के अंदर न घुस जाएं.