मुजफ्फरपुर- बिहार के मुजफ्फरपुर में ठंड से सरकारी स्कूल में बच्चे की मौत के बाद शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक, संयुक्त सचिव कन्हैया प्रसाद श्रीवास्तव और मुजफ्फरपुर जिला शिक्षा पदाधिकारी अजय कुमार सिंह के खिलाफ अधिवक्ता सुशील कुमार सिंह ने मुजफ्फरपुर कोर्ट में परिवाद दर्ज कराया है.
मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में परिवादी के द्वारा यह आरोप लगाया गया है कि अमानवीय तरीके से इतनी जबरदस्त सर्दी के बावजूद स्कूल को खुला रखना और जबरन बच्चों को बुलाना एक सोची समझी साजिश है और यह बड़ा अपराध है. अधिवक्ता ने कहा कि बिहार में ठंड का पिछले कई वर्षों का रिकॉर्ड टूटा है. इतनी ठंड में बच्चे मोहम्मद कुर्बान की मृत्यु हो गई है. मामला बोचहां राघो मझौली स्कूल का है.
बिहार के स्कूलों में गरीब तबके के बच्चे पढ़ते हैं. उनके पास गर्म कपड़े, जूते मोजे का अभाव रहता है. ऐसे में उन अधिकारियों की लापरवाही स्पष्ट है. गरीबों की स्थिति से इन लोगों को कोई वास्ता नहीं हैं. बच्चों की अनुपस्थिति में नाम काटने का आदेश था. इस डर से बच्चे ठंड में भी स्कूल जाने को विवश हैं. इस मौत के लिए जो पदाधिकारी जिम्मेदार हैं उनके विरुद्ध हमने अदालत में मुकदमा दर्ज कराया है. केके पाठक, कन्हैया प्रसाद श्रीवास्तव और अजय कुमार सिंह के खिलाफ धारा 304 A के तहत मुकदमा दर्ज कराया है. परिवादी ने बताया कि कोर्ट ने मामला स्वीकार करते हुए अगली सुनवाई की तारीख 3 फरवरी मुकर्रर की है.
- Advertisement -
विज्ञापन बॉक्स (विज्ञापन देने के लिए संपर्क करें)
बता दें कि उत्तर बिहार में कड़ाके की ठंड पड़ने के बावजूद सभी स्कूल का संचालन लगातार जारी है. इसे लेकर बिहार के शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक और पटना डीएम के बीच विवाद भी चल रहा है. इसी दौरान बुधवार को बिहार के अलग-अलग जिलों में कुल 5 बच्चों की मौत हुई थी, जिसके पीछे का कारण ठंड को बताया गया था. मृतकों में एक मुजफ्फरपुर जिले के बोचहां इलाके का बच्चा भी शामिल है.