श्रमिकों के पार्थिव शरीर को ट्रक के जरिये झारखण्ड भेजने पर बिफरे सीएम, कहा- यह कृत्य अमानवीय एवं संवेदनहीनता की पराकाष्ठा
उत्तर प्रदेश के ओरैया में सड़क हादसे में मृत श्रमिकों के पार्थिव शरीर को एक ट्रक के जरिये झारखण्ड भेजे जाने पर सीएम हेमंत सोरेन ने कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है. उन्होंने कहा कि यह कृत्य अमानवीय एवं संवेदनहीनता की पराकाष्ठा है. मुख्यमंत्री ने उपायुक्त बोकारो और झारखण्ड पुलिस को निर्देश दिया है कि झारखण्ड की सीमा में प्रवेश करते ही ट्रक से आ रहे घायलों का उचित इलाज सुनिश्चित करें। साथ ही मृतकों के पार्थिव शरीर को पूरे सम्मान के साथ उनके घर तक पहुँचाने का प्रबंध कर सूचित करें। दरअसल मुख्यमंत्री को तस्वीरों और वीडियो साझा कर बताया गया कि ओरैया हादसा में मरने वाले झारखंड के प्रवासियों के शवों को एक ट्रक पर बोकारो के चास स्थित घर भेजा जा रहा है। साथ में बचे लोगों का कहना है कि बर्फ की सिल्लियां पिघलने के बाद शव की स्थिति बिगड़ती जा रही है। इस सुचना के बाद हेमंत सोरेन ने कड़ी आपत्ति जताई. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उत्तर प्रदेश सरकार और बिहार के मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि झारखण्ड के घायल एवं मृत प्रवासी श्रमिकों के लिए झारखण्ड की सीमा तक परिवहन की बेहतर व्यवस्था करें। उन्होंने कहा कि झारखण्ड की सीमा पर राज्य सरकार उनके लिए गरिमापूर्ण व्यवस्था करेगी। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के औरैया में शनिवार सुबह भीषण सड़क हादसा हो गया था जिसमें 24 मजूदरों की जान चली गई थी. . इस घटना में 15 लोग घायल हुए हैं. डीसीएम में सवार ज्यादातर मजदूर बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल के थे । ये सभी मजदूर एक लंबा सफर तय करते हुए राजस्थान से आ रहे थे। चश्मदीदों के मुताबिक यह हादसा उस समय हुआ जब कई मजूदर डीसीएम रोककर चाय पी रहे थे। इस हादसे में मरने वाले १२ मजदूर झारखण्ड के थे जिन्हे ट्रक से भेजा गया है. इस घटना पर भाजपा विधायक दल के नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने गहरा शोक प्रकट करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिखा था . पत्र में उन्होंने औरैया से मृतकों के शवों को शीघ्र बोकारो लाने की मांग की थी । साथ ही मृतकों के आश्रितों को 10..10 लाख रुपये की मुआवजा राशि देने की भी मांग की थी. बाबूलाल मरांडी ने औरैया सड़क हादसे मे मरे गए लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना से घर और तीन महीने का राशन उपलब्ध कराए जाने की भी सीएम से मांग की है.
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