रांची- रांची जिला प्रशासन व पुलिस ने दस जून को मेन रोड पर हुई हिंसक घटना को चिंताजनक बताया है. रांची के उपायुक्त छविरंजन व एसएसपी सुरेंद्र झा ने प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर शहर की मौजूदा स्थिति से मीडिया को रू-ब-रू कराया. एसएसपी ने स्पष्ट कहा कि हिंसक घटना के दोषी बख्शे नहीं जाएंगे. एसआइटी गठित की गई है. तकनीकी टीम भी जुटी है. दोषी के खिलाफ हर हाल में कठोर कार्रवाई होगी. उपायुक्त छविरंजन ने बताया कि जिले के छह थाना क्षेत्रों से निषेधाज्ञा को हटा ली गई है. शहरी क्षेत्र के छह थाना क्षेत्रों में अभी भी निषेधाज्ञा लागू है. प्रशासन स्पष्ट कहा कि भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस जो कदम उठाया, वह उचित है.
एसएसपी ने कहा कि बेशक, आम लोगों की परिस्थितियों को देखते हुए इंटरनेट सेवा करीब 30 घंटे के बाद चालू कर दी है, मगर प्रशासन की सोशल मीडिया पर पैनी नजर है. हिंसा व विवाद को बढ़ाने वाले पोस्ट करने वालों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाएगी. अब तक इस मामले में कुल 25 FIR हुए हैं. इसमें 22 लोग नामजद हैं और 100 अज्ञात लोगों पर FIR किया है. फिलहाल शहर में 3500 से अधिक फ़ोर्स तैनात है ताकि शहर में किसी भी तरीके से उपद्रवियों से निपटा जा सके. एटीएस, आईआरबी, एसटीएफ जवानों की तैनाती है.

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एसएसपी ने बताया कि पुलिस की टीम वायरल सभी वीडियो की जांच कर रही है. उपद्रवियों को चिह्नित किया जा रहा है.एसएसपी सुरेंद्र झा ने शहरवासियों से अपील की है कोई भी अपवाह न फैलाएं और जिला प्रशासन को साथ दें. जिन थाना क्षेत्रों में निषेधाज्ञा लागू है, वहां चार से अधिक लोग बाहर नहीं निकलें. हिंदपीढ़ी, डेली मार्केट, लोअर बाजार, कोतवाली, चुटिया व डोरंडा थाना क्षेत्र में अभी भी धारा 144 लागू है. शहर के अन्य थाना क्षेत्रों से निषेधाज्ञा हटाया गया. जिन थाना क्षेत्रों से निषेधाज्ञा हटाया गया है वहां पुलिस व प्रशासन की फिलहाल पैनी नजर रहेगी.
उपायुक्त छविरंजन ने कहा कि धीरे-धीरे हालात सामान्य हो रहे हैं. जिसे ध्यान में रखते हुए पाबंदियों में छूट दी जा रही है. इन्होंने बताया कि इस हिंसक घटना में अब तक दो लोगों की मौत हुई है. दोनों का शांतपूर्ण ढंग से अंतिम संस्कार हो चुका है. इन्होंने शहर के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है.
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