Ranchi: पीएम मोदी की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में स्वास्थ्य मंत्री को नहीं मिला बोलने का मौका, मंत्री बन्ना गुप्ता ने जताई नाराजगी
रांची- देश में कोरोना की चौथी लहर की आशंका को देखते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने बुधवार को मुख्यमंत्रियों और स्वास्थ्य मंत्रियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए चर्चा की. इसमें पीएम नरेंद्र मोदी ने कोरोना से निपटने की तैयारियों को जाना. हालांकि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग (वीसी) में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन निजी कारणों से उपस्थित नहीं हुए. झारखंड की ओर से स्वास्थ्य मंत्री ही शामिल हुए. लेकिन उनको भी बोलने का मौका नहीं मिला. इस पर स्वास्थ्य मंत्री ने नाराजगी जताई.
पीएम नरेंद्र मोदी ने बुधवार को मुख्यमंत्रियों और स्वास्थ्य मंत्रियों संग वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये बैठक की. इसमें पीएम ने कोरोना से निपटने की तैयारियों की समीक्षा की. पीएम मोदी की इस वीसी में स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता भी शामिल हुए थे. लेकिन उनको बोलने का मौका नहीं मिला. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने झारखंड को मौका नहीं दिए जाने पर नाराजगी जताई. उन्होंने कहा कि यदि मौका मिलता तो पीएम के समक्ष झारखंड की ओर से कई बातों को रखा जाता. उन्होंने कहा कि फ्री बूस्टर डोज की मांग और 06 से 12 वर्ष के बच्चों के लिए कोरोना वैक्सीनेशन शुरू करने की मांग रखी जाती.

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स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान स्वास्थ्य के बजाय पेट्रोल डीजल के दाम में हो रही वृद्धि पर चर्चा की गई. यह भी गलत है. उन्होंने कहा कि इतनी महत्वपूर्ण बैठक में राजनीतिक चर्चा होती रही. केंद्र द्वारा सब्सिडी दिए जाने की बात कहते हुए पीएम ने झारखंड सहित कुछ राज्यों द्वारा सब्सिडी नहीं देने पर नाराजगी जताई.
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि झारखंड में वर्तमान समय में मात्र 22 कोरोना पॉजिटिव केस हैं और राज्य सरकार चौथी लहर से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है. उन्होंने कहा कि इस संबंध में मेरे द्वारा विभागीय अधिकारियों को निर्देश दे दिए गए हैं और राज्य सरकार देश के अन्य राज्यों में बढ़ रहे कोरोना पीड़ितों के केस पर नजर रख रही है.
केंद्र सरकार द्वारा 6 से 12 साल आयु वर्ग के बच्चों को भी कोरोना की वैक्सीन लगाए जाने के फैसले के बाद झारखंड में भी इन आयु वर्ग के बच्चों को वैक्सीन लगाने की तैयारी शुरू हो गई है. स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने इस संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि भारत के औषधि महानियंत्रक ने स्वदेशी दवा निर्माता कंपनी भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को मंजूरी प्रदान की है जिसके तहत झारखंड के भी 6 से 12 वर्ष के बच्चों को कोविड-19 का वैक्सीन दिया जाएगा इसके लिए केंद्र सरकार से सहमति मिलने की प्रतीक्षा की जा रही है.
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