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IAS अधिकारियों के नाम पर ठगी, साइबर अपराधियों ने रांची-लातेहार और पश्चिम सिंहभूम DC की बनाई फर्जी ID

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रांची- झारखंड में अब साइबर अपराधी आए दिन अपराध के लिए नए-नए तरीकों का इस्तेमाल करते हैं. इस बार साइबर अपराधियों ने ठगी के झारखंड के आईएएस अधिकारियों के नाम और तस्वीर का इस्तेमाल किया है. ताजा मामला झारखंड की राजधानी रांची का है, जहां अलग-अलग शहरों के डीसी के नाम पर फर्जी भेजकर लोगों के साथ ठगी की कोशिश की जा रही है.

मिली जानकारी के अनुसार रांची, लातेहार और पश्चिम सिंहभूम के डीसी के नाम पर फेक आईडी बनाकर लोगों को गुमराह किया जा रहा है. साइबर अपराधियों ने इन ज़िलों के डीसी के ही नाम से फेक व्हाट्सएप आईडी बना कई लोगों को मैसेज भेज उन्हें गुमराह करने के साथ-साथ उन लोगों को ठगने का भी प्रयास किया है. इस मामले में पुलिस को सूचना दे दी गई है, जिसके बाद पुलिस टीम जांच में जुट चुकी है.

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वहीं जानकारी मिलते ही डीसी रंजन ने लोगों से अपील की है कि अगर इस फेक आईडी से आपसे संपर्क किया जाता है तो किसी भी तरह के झांसे में ना आए। साथ ही प्रशासन द्वारा इस मामले की विधिवत सूचना पुलिस अधीक्षक कार्यालय को दी गई है। पुलिस आईडी यूजर की तलाश के लिए एक स्पेशल टीम को लगाई है। साइबर सेल की टीम साइबर अपराधियों को ट्रैक करने की कोशिश कर रही है।

वहीं पश्चिमी सिंहभूम के उपायुक्त अनन्य मित्तल के फर्जी व्हाट्सएप आईडी होने की पुष्टि जिला प्रशासन की ओर से किया गया है। इसके बाद जिला प्रशासन ने आमलोगों से फर्जी अकाउंट पर सतर्क रहने की सलाह दी है। जिला प्रशासन की ओर से आधिकारिक व्हाट्सएप ग्रुप में सूचना देकर कहा गया है कि उपायुक्त के नाम से फेक व्हाट्सएप आईडी बनाकर कतिपय व्यक्ति द्वारा लोगों को गुमराह किया जा रहा है।

 

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