प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महीने के आखिरी रविवार को ‘मन की बात’ रेडियो कार्यक्रम के मध्यम से देश की जनता से बात करते हैं। 31 मई रविवार को भी पीएम मोदी ने देशवासियों को सम्बोधित किया। राजधानी रांची में मन की बात कार्यक्रम को सुनने के लिए काफी संख्या में लोग इकठ्ठा हुए. कार्यक्रम को लेकर लोगों में काफी उत्साह देखा गया. मौके पर सांसद संजय सेठ भी मौजूद रहे।पीएम मोदी का आज का कार्यक्रम इसलिए भी महत्वपूर्ण था क्योंकि आज से देश अनलॉक हो गया है. पीएम मोदी अनलॉक होने पर क्या सन्देश देंगे लोग इस बात को लेकर उत्सुक दिखे. कोरोना संकट काल के दौरान यह तीसरा मौका था जब पीएम मोदी ‘मन की बात के जरिए देश के लोगों को संबोधित किया. उन्होंने संबोधन की शुरुआत करते हुए कहा कि पिछली बार जब मैंने मन की बात की थी, तब यात्री ट्रेनें बंद थीं, बसें बंद थीं, हवाई सेवा बंद थी. इस बार, बहुत कुछ खुल चुका है. श्रमिक स्पेशल ट्रेन चल रही हैं, अन्य स्पेशल ट्रेनें भी शुरू हो गई हैं. तमाम सावधानियों के साथ, हवाई जहाज उड़ने लगे हैं, धीरे-धीरे उद्योग भी चलना शुरू हुआ है, यानी अर्थव्यवस्था का एक बड़ा हिस्सा अब चल पड़ा है, खुल गया है. ऐसे में, हमें और ज्यादा सतर्क रहने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि देश में, सबके सामूहिक प्रयासों से कोरोना के खिलाफ लड़ाई बहुत मजबूती से लड़ी जा रही है. पीएम ने आगे कहा कि कोरोना से होने वाली मृत्यु दर भी हमारे देश में काफी कम है. जो नुकसान हुआ है, उसका दु:ख हम सब को है. दो गज दूरी का नियम हो या मुंह पर मास्क लगाने की बात हो, जहां तक हो सके घर में ही रहना है। इन सब बातों का पूरा ध्यान रखना है और जरा भी ढ़िलाई नहीं बरतनी है. उन्होंने कहा हमारे डॉक्टर्स,नर्सिंग स्टाफ, सफाईकर्मी, पुलिसकर्मी, मीडिया के साथी, ये सब जो सेवा कर रहे हैं, उसकी चर्चा मैंने कई बार की है. सेवा में अपना सब कुछ समर्पित कर देने वाले लोगों की संख्या अनगिनत है. प्रधानमंत्री ने कहा आपने देखा होगा कि दूसरों की सेवा में लगे व्यक्ति के जीवन में, कोई डिप्रेशन या तनाव कभी नहीं दिखता. उसके जीवन में, जीवन को लेकर उसके नजरिए में, भरपूर आत्मविश्वास, सकारात्मकता और जीवंतता प्रतिपल नजर आती है. पीएम मोदी बोले- हर जगह लोगों ने योग और उसके साथ-साथ आयुर्वेद के बारे में और ज्यादा जानना चाहा है, उसे अपनाना चाहा है. मौके पर सांसद संजय सेठ ने कहा की पीएम मोदी के मन की बात से लोगों को काफी प्रेरणा मिलती है. लोग उनकी बातों को न सिर्फ सुनते हैं, बल्कि उसका पालन भी करते हैं. संजय सेठ ने कहा कि कोरोना को लेकर लोगों को काफी सचेत रहने की जरुरत है. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन किया गया.
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