रांची- पार्टी नेताओं, विधायकों व कार्यकर्ताओं की शिकायत है कि सीओ-बीडीओ नहीं सुन रहे हैं, दारोगा,एसपी नहीं सुन रहे हैं. यही सुनने और सुनाने की बात करते-करते 26 महिने निकल गये और 24 महिने बच गये हैं. यही करते-करते ये वक्त भी बीत जाएगा. हमारा कहना है कि हम उन्हें सही तरीके से सुना नहीं पा रहे हैं. हम मंत्री अगर घेराव करें तो कोई बात हो सकती है लेकिन आपको किसने रोका है.
सीओ-बीडीओ का घेराव करिये. सुनाने की हैसियत बनाइये. 100-200 लोगों को लेकर जाइये. कैसे नहीं सुनेगा और अगर नहीं सुनेगा तो हमलोग किस लिये है. हमलोग कोई चूड़ियां पहनकर नहीं बैठे हैं. यह कहना है हेमंत सरकार में कांग्रेस कोटे से मंत्री बने बन्ना गुप्ता का. बन्ना गुप्ता कल हजारीबाग में आयोजित प्रमंडल स्तरीय सम्मेलन में बोल रहे थे. उन्होंने अधिकारियों की कार्यशैली पर जमकर खरी-खोटी सुनायी.

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उन्होंने कहा कि हम चूड़ियां पहनने के लिये मंत्री नहीं बने हैं. कांग्रेस की विचारधारा, संगठन और आंदोलन को जो समझ लेंगे उन्हें कभी परेशानी नहीं होगी. उन्होंने कहा कि ये मत कहिये कि अधिकारी हमारी बात नहीं सुन रहे हैं. आपको सुनाना नहीं आता है. आपको ये नहीं कहा गया है कि आंदोलन मत करिये. अधिकारियों के कार्यालय में घेरा डालिये-डेरा डालिये. आप अपने मन में बनाकर रखे हुये हैं कि हम संवैधानिक पद पर बने हुये हैं. ऐसा नहीं हो. आपलोग के लिये हमलोग भी मजबूती से बैठे हुये हैं.
पिछले दिनों कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने झारखंड के सभी काग्रेस विधायकों के साथ बैठक की थी. इस दौरान भी विधायकों का दर्द उनके सामने छलक गया था. विधायकों ने विस्थापन का मुद्दा, 27 प्रतिशत OBC आरक्षण, सरना धर्म कोड सहित कई मुद्दों पर अपनी बात तो रखी ही. साथ ही सरकार के अंदर कांग्रेस विधायकों की नहीं सुने जाने को लेकर भी बातें सामने आयीं थी.
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