बेगूसराय- बिहार का बेगूसराय मंगलवार को गोलियों की तड़तड़ाहट से दहल उठा था. पूरे मामले को लेकर बेगूसराय पुलिस की खूब फजीहत भी हो रही थी. इसी बीच पुलिस ने कार्रवाई करते हुए चारों साइको किलर को धर दबोचा. शुक्रवार को बेगूसराय के एसपी योगेंद्र कुमार ने चारों दहशतगर्दों को मीडिया के सामने पेश करते हुए पूरे मामले की जानकारी दी. एसपी ने बताया कि इन अपराधियों दहशत फैलाना मकसद था.
एसपी योगेंद्र कुमार ने बताया कि 13 तारीख की हुई गोलीबारी की घटना में शामिल चार अपराधियों को पुलिस ने अरेस्ट किया है. घटना में प्रयुक्त दो देसी पिस्तौल को 5 कारतूस के साथ जब्त किया गया है. घटना में इस्तेमाल की गई एक मोटरसाइकिल को भी बरामद कर लिया गया है. अपराधियों ने जो कपड़े थे उसे भी पुलिस ने बरामद किया है. एसपी ने कहा कि फायरिग मे शामिल दो औऱ लोगों की पहचान हो गयी है, उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. वैसे इस कांड की प्लानिंग में कुछ और लोग शामिल हैं. पुलिस छानबीन और छापेमारी में लगी है.
एसपी ने कहा कि फायरिंग के बाद पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज औऱ टेक्नीकल सर्विलांस से अपराधियों का पता लगाया. सीसीटीवी में फायरिंग करने वाले जिन अपराधियों की तस्वीर आयी थी, उसमें से एक की पहचान हो गयी थी. वह युवराज नाम का युवक था. पुलिस ने युवराज को पकड़ा तो उसने गोलीबारी में शामिल होने की बात स्वीकारी. एसपी के मुताबिक युवराज ने पुलिस को बताया कि वह बाइक चला रहा था औऱ उसके पीछे बैठकर सुमित नाम का अपराधी गोलियां बरसा रहा था.

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योगेंद्र कुमार ने बताया कि अपराधियों के चार मोबाइल फोन को भी जब्त किया गया है. इस घटना को गंभीरता से लेते हुए डीआईजी बेगूसराय और पुलिस अधीक्षक बेगूसराय की तरफ से टीमों का गठन किया गया था. टीम लगातार काम कर रही थी. नजदीक के 6 जिले पटना, समस्तीपुर, खगड़िया, जमुई, लखीसराय और मुंगेर से हमें पूरा सहयोग मिला.
मामले पर पुलिस मुख्यालय ने भी जानकारी दी है. एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार ने कहा कि घटना के पीछे अपराधियों का मकसद क्षेत्र में दहशत फैलाना था. आगे अनुसंधान जारी है. जब चार्जशीट दाखिल होगा तो सभी का रोल स्पष्ट कर दिया जाएगा.
इस गोलीकांड मामले में स्पेशल टीम के साथ-साथ साइबर क्राइम यूनिट की टीम भी जांच में जुटी हुई है. जांच के दौरान गुरूवार को घटना के दौरान उस इलाके में एक्टिव रहे हजारों नंबर को खंगाला गया था. जिसके आधार पर 2 लोगों की गिरफ्तारी हुई थी. हालांकि इस बात की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई थी. दो लोगों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस दो अन्य लोग जो इस पूरे मामले में संलिप्त हैं. उनकी गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी में जुटी थी. जिसमें पुलिस ने सफलता हासिल करते हुए दो अन्य लोगों को भी गिरफ्तार कर लिया.
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