राज्यसभा चुनाव: JDU अध्यक्ष ललन सिंह ने अनिल हेगड़े के नाम पर लगाई मुहर, किंग महेंद्र के निधन से खाली हुई थी सीट
पटना- राज्यसभा चुनाव के लिए जदयू ने अपने उम्मीदवार के नाम की घोषणा कर दी है. अनिल हेगड़े को जदयू ने अपना उम्मीदवार बनाया है.राज्यसभा सीट के लिए होने वाले उपचुनाव में 19 मई नामांकन का अंतिम दिन है और 23 मई को नामांकन वापसी है. 30 मई को सुबह 9:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक चुनाव होगा.
महेंद्र प्रसाद उर्फ किंग महेंद्र के निधन के बाद खाली हुई सीट के लिए जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने उम्मीदवार के नाम के तौर पर अनिल हेगड़े की घोषणा की है. अनिल हेगड़े मूलतः कर्नाटक के रहने वाले हैं और समता पार्टी के समय से ही जेडीयू से जुड़े हुए हैं. वो जेडीयू के राष्ट्रीय चुनाव पदाधिकारी हैं और संगठन के चुनावों की जिम्मेवारी उनके पास ही होती है. अनिल हेगड़े पांच हजार दिनों से भी ज़्यादा गेट समझौता के खिलाफ पार्लियामेंट गेट और जंतर मंतर पर गिरफ़्तारी देते रहे थे.
वो किसान परिवार से हैं और बेहद मिलनसार और सादगी पसंद नेता माने जाते हैं. अनिल हेगड़े पटना स्थित जेडीयू के दफ्तर में साल 2021 से एक छोटे से कमरे में निवास करते हैं. अनिल हेगड़े के साथ राज्यसभा जाने वाले लोगों की रेस में केसी त्यागी, अफाक अहमद जैसे नाम भी शामिल थे लेकिन पार्टी ने अनिल हेगड़े को ही उच्च सदन भेजने का फैसला लिया है.

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जदयू पार्टी में अनिल हेगड़े को निर्विरोध चुना गया है. निर्वाचित होने के बाद उनका कार्यकाल 2 अप्रैल 2024 तक होगा. अनिल हेगड़े लंबे समय से जदयू और नीतीश कुमार के साथ जुड़े हुए हैं. पिछले संगठन के चुनाव इन्हीं के नेतृत्व में कराया गया था.
राष्ट्रीय और प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव इन्होंने कराया था और नीतीश कुमार को राष्ट्रीय अध्यक्ष चयन का सर्टिफिकेट दिया था. अब नीतीश कुमार ने अनिल हेगड़े पर ही अपना विश्वास जताया है. जेडीयू सांसद सह दवा कारोबारी किंग महेंद्र के निधन के बाद से खाली हुई सीट का कार्यकाल 2 अप्रैल 2024 तक बचा है, ऐसे में पार्टी की ओर से अनिल हेगड़े उम्मीदवार बनाए गये हैं. अनिल हेगड़े का राज्यसभा में लगभग 2 साल का कार्यकाल होगा.
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